इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मोबीकॉन में कहा, कि देश को डिजिटल बनाने में मदद करने के लिए मोबाइल कंटेंट को क्षेत्रीय भाषाओँ में लाने पर ध्यान देना होगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने टेलिकॉम कम्युनिटी को क्षेत्रीय भाषाओँ में कंटेंट लाने के लिए आग्रह किया है, जिससे देश में डिजिटल समावेश को बढ़ावा दिया जा सकता है। मंगलवार को मोबाइल कंप्यूटिंग या मोबीकॉन में 24वीं एनुअल इंटरनेशनल कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, “अगर आप मोबाइल नेटवर्किंग की बात कर रहे हैं तो आपको क्षेत्रीय कंटेंट और भाषाओँ पर ध्यान देना होगा।”
गूगल रिसर्च का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, कि भारतीय मोबाइल ऑपरेशन का लगभग आधा क्षेत्रीय भाषाओँ की ओर झुका हुआ है। अगर इन्टरनेट को वाकई पूरी तरह ग्लोबल बनाना है, तो क्षेत्रीय सुधावों, क्षेत्रीय भाषाओँ, क्षेत्रीय ज़रूरतों और क्षेत्रीय संस्कृती की ओर ध्यान देना होगा।
उदाहरण के तौर पर IT मंत्री ने हाल ही में लॉन्च हुए 3 लाख कॉमन सर्विस सेंटर्स का हवाला दिया जो डिजिटल kiosks है और 300 सेवाएं मुहैया करवाते हैं जिसमें पासपोर्ट, पैन कार्ड रजिस्ट्रेशन, बैंकिंग और रेलवे टिकेट बुकिंग आदि शामिल हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि देश के दूरस्थ हिस्से में रहने वाले भारतीयों के पास मोबाइल फोन के माध्यम से शासन तक पहुंच होनी चाहिए। डिजिटल इंडिया ऐसी टेक्नोलॉजी पर आधारित होना चाहिए जो किफायती, सम्मिलिटी और विकासात्मक हो।