स्कैमर्स ने यूजर्स तक पहुँचने के नए तरीके ढूंढ लिए हैं। पिछले महीने हमने देखा था कि कई भारतीय यूजर्स को इंटरनेशनल नंबर्स से WhatsApp कॉल आ रही हैं और उन्हें फिशी लिंक्स पर क्लिक करने को कहा जा रहा है। लेकिन अब स्कैमर्स आपको कॉल करके दिल्ली पुलिस होने का दावा कर रहे हैं और आपके पैसे चुराने के लिए OTP शेयर करने के लिए कहते हैं। आइए देखें आखिर ये नया स्कैम क्या है।
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फिल्म क्रिटिक ‘सुचारिता त्यागी’ के अनुसार, उनके पास एक ऑटोमैटेड कॉल आया, जिस पर स्कैमर खुद को पुलिस ऑफिसर बता रहा था और फिर त्यागी से पूछा गया कि क्या हाल ही में उनका आधार कार्ड, पैन या ATM खो गया है। सुचारिता का कहना है कि उन्हें शुरू से ही स्पैम कॉल्स आ रही हैं, हालांकि यह ध्यान देना जरूरी है कि स्कैमर्स ने भारत में स्मार्टफोन यूजर्स को फ़साने का एक और तगड़ा तरीका ढूंढ लिया है।
आगे कॉलर ने यह भी पूछा कि क्या वह किसी ‘विपुल सिंह’ को जानती हैं, जो चुराए हुए ATM कार्ड्स के साथ पकड़ा गया था। इसके बाद स्कैमर ने कहा कि उन कार्ड्स में से एक पर उनका नाम है। फिर सुचारिता से उनके कार्ड के आखिरी चार डिजिट, CVV और फिर OTP बताने के लिए कहा गया। हालांकि, सुचारिता उस कॉल के नेचर को समझ गईं और कॉलर से कहा कि वह सीधे पुलिश स्टेशन में बात करेंगी।
जबकि त्यागी उस स्कैम कॉल के नेचर को समझ गई थीं, ऐसे में उन्होंने ट्वीट में यह भी कहा कि, “किसी बुजुर्ग या ऐसे किसी भी इंसान को इस स्कैम में फ़साना आसान होगा जो हर बार स्कैम कॉल प्राप्त करने के लिए तैयार न हो।” उन्हें किसी 10 डिजिट के नंबर के बजाए एक 9 डिजिट के नंबर 966819555 से कॉल आई थी।
https://twitter.com/jssansanwal/status/1665314636940582912?ref_src=twsrc%5Etfw
इसी ट्वीट में दिल्ली पुलिस ने पॉइंट आउट किया कि यूजर्स इस तरह की मैलिशियस कॉल्स के खिलाफ Cyber ​​Crime Reporting Portal पर शिकायत कर सकते हैं।
यूजर्स को अपनी पर्सनल डिटेल्स खासकर OTPs और कार्ड डिटेल्स शेयर न करने की सलाह दी जाती है, यहाँ तक कि बैंक अधिकारियों के साथ भी ये डिटेल्स साझा न करें। यूजर्स को यह भी सलाह दी जाती है कि ईमेल या व्हाट्सएप पर अनजान IDs से प्राप्त हुए फिशी वेब लिंक्स को न खोलें।