भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO अपने पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियान ‘गगनयान’ की तैयारी कर रहा है। इस अभियान के लिए इसरो रूसी कंपनी के साथ मिलकर अंतरिक्ष यात्रियों के चयन में सहयोग, उनके मेडिकल टेस्ट और अंतरिक्ष ट्रेनिंग कराएगा। रूसी कंपनी ग्लावकोसमोस के साथ हुए करार में कंपनी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की मदद करेगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्लावकोसमोस रूसी प्रक्षेपण सेवा उपलब्ध कराता है और यह सरकारी कंपनी रोकोसमोस की सहायक कंपनी भी है। आपको बता दें की पिछले महीने यानी 27 जून को इस अनुबंध पर ग्लावकोसमोस की प्रथम उप-महानिदेशक नतालिया लोकतेवा और इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (HFSC) के निदेशक यू अय्यर ने इस करार को लेकर हस्ताक्षर कर मिशन ‘गगनयान’ के लिए हामी भरी है।
वहीँ ग्लावकोसमोस की तरफ से इस सम्बन्ध में एक बयान भी जारी किया गया है। इस बयान के मुताबिक एचएसएफसी को भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के लिए उम्मीदवारों के चयन में परामर्श सहयोग, उनके मेडिकल टेस्ट और अंतरिक्ष उड़ान से जुड़ी ट्रेनिंग जैसी सेवाएं उपलब्ध कराएगी। इसरो अध्यक्ष के सीवन का कहना है कि गगनयान मिशन को 2021 में प्रक्षेपित किया जायेगा। खास बात यह है कि इस मिशन में एक महिला अंतरिक्ष यात्री को भेजे जाने की संभावना है।
आपको बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल यानी 2018 में स्वतंत्रता दिवस संबोधन में इस मिशन की घोषणा की थी। इसके बाद इसरो ने तीन सदस्यीय चालक दल की अंतरिक्ष यात्रा के लिए मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र स्थापित किया और अब इसपर काम कर रहा है।
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