गोपाल-इंडिक वॉइस सुइट 12 भारतीय भाषाओँ के सपोर्ट के साथ लॉन्च

गोपाल-इंडिक वॉइस सुइट 12 भारतीय भाषाओँ के सपोर्ट के साथ लॉन्च
HIGHLIGHTS

रेवरी लैंग्वेज टेक्नोलॉजी ने गोपाल - इंडिक वॉइस सुइट को लॉन्च किया है जो 12 प्रमुख भारतीय भाषाओं में चैटबॉट्स को संचालित करता है और आई.वी.आर समाधान देता है।

रेवरी लैंग्वेज टेक्नोलॉजी जो भारतीय भाषा लोकलिज़ेशन  समाधानों में अग्रणी है, गोपाल के लॉन्च की घोषणा की जो 12 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। इंडिक वॉइस सुइट  को चैटबॉट्स और आई.वी.आर समाधानों के साथ जोड़ा जा सकता है जिसका इस्तेमाल कंपनियां उपयोगकर्ताओं से जुड़ने के लिए बड़े स्तर पर कर सकती हैं।

चैटबॉट का इस्तेमाल उपयोगकर्ताओं से परस्पर संवाद कर विकल्पों का चयन करने और प्लेटफॉर्म पर कोई कार्य करने के लिए किया जाता है। जिससे उपयोगकर्ता को हर चरण पर मार्गदर्शन मिलता है। उदाहरण के लिए, बैंक में ऋण पाने की प्रक्रिया में ग्राहक घबरा जाते हैं, जिसमें सभी आवश्यक विवरण देने होते हैं। इस प्रक्रिया में  चैटबॉट उन्हें उनकी आवश्यकताओं के लिए चरण-दर-चरण पूछकर विकल्पों में से चुनने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है।

आई.वी.आर (इंटरेक्टिव वॉइस रिस्पॉन्स) उपयोगकर्ताओं को स्वचालित सिस्टम पर पूर्वनिर्धारित विकल्पों में से चयन कर बोलने और एक क्रिया करने देता है। उदाहरण के लिए एक टेलीकॉम ऑपरेटर हेल्पलाइन जहां उपयोगकर्ता पहले से रिकॉर्ड किये गए  संदेश को सुनते हैं और डिक्टेट किये जाने वाली सूची में से विकल्पों का चयन करके डायल करते हैं। आई.वी.आर के साथ जुड़े वॉइस के साथ, उपयोगकर्ता अपने विकल्पों को मौखिक रूप से बता सकते हैं और सिस्टम उनके प्रश्नों को  पहचान कर संबंधित विकल्पों का सुझाव देगा, इस दौरान अनावश्यक चरणों को हटा देगा।

रेवरी लैंग्वेज टेक्नोलॉजी के सह-संस्थापक और सी.ई.ओ अरविंद पाणी कहते हैं, " जैसे जैसे करोड़ों भारतीय पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं वैसे ही उनको अपरिचित यू.आई युक्त प्लेटफॉर्मों के साथ प्रस्तुत किया जाता है। जो आइकॉनोग्राफी परिपक्व उपयोगकर्ताओं के लिए सरल है, वह नए उपयोगकर्ताओं के लिए अनजान होती है और वह उन्हें समझानी पड़ती है।"

रेवरी की गोपाल इंडिक वॉइस सुइट प्रमुख पहलू

इंटरनेट का पहली बार इस्तेमाल करने वाले उपयोगकर्ताओं को भारतीय भाषा समर्थित चैटबॉट, ऑनलाइन सेवाओं से तेज़ी से जुड़ने और  आसानी से  अपनाने में मदद करेगा ।
रेवरी की गोपाल इंडिक वॉइस सुइट  12 भारतीय भाषाओं का समर्थन करती है: हिंदी, बंगाली, मराठी, तेलुगू, तमिल, कन्नड़, मलयालम, गुजराती, असमिया, ओडिया, पंजाबी, और भारतीय अंग्रेजी।
प्राथमिक रूप में बैंकिंग, टेलीकॉम और ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा  आर.ओ.आई का तत्काल लाभ उठाने की संभावना है।

अरविंद पाणी उदाहरण के साथ समझाते हैं कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जिसमें कार्ट आइकन का मुख्य रूप से उपयोग होता है। 80% से अधिक भारतीयों ने अपने जीवन में कभी भी शॉपिंग कार्ट को देखा नहीं है । मौजूदा यू.आई को अंग्रेजी भाषा में परिपक्व उपयोगकर्ताओं को ध्यान में रख कर डिज़ाइन किया गया है, जो इसे अन्य उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोगी नहीं बनाता है। इसके अलावा, उपयोगकर्ता की शिक्षा एक सतत प्रक्रिया है जिसमें समय लगता है, जिसमें निरंतर मार्गदर्शन और साथ की जरूरत होती है। सामान्य उपयोगकर्ता प्रवाह (यूजर फ्लो) को साधारण कार्य को पूरा करने के लिए भी स्पष्टीकरण के कई उदाहरणों की आवश्यकता हो सकती है जब तक कि यह उपयोगकर्ता पूरी तरह से समझ ना जाये।

चैटबॉट इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट एक्सेस करने और विभिन्न प्रकार की सेवाओं का इस्तेमाल करने में मदद करता है, जो उपयोगकर्ता प्रवाह(यूजर फ्लो) को सरल बनाता है। हालांकि, इसकी पहुंच सीमित है क्योंकि ये टेक्स्ट आधारित होते हैं जो केवल अंग्रेजी में होते हैं, और परिपक्व इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को पूरा करते हैं।   गूगल- के.पी.एम.जी रिपोर्ट के मुताबिक, नए इंटरनेट उपयोगकर्ताओं का 90%, साथ ही मौजूदा भारतीय इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के 50% से अधिक भारतीय भाषाओं के  उपयोगकर्ता हैं।

रेवरी की गोपाल इंडिक वॉइस सुइट का परिचय।

● गोपाल उपयोगकर्ताओं के सवालों को स्पष्ट रूप से समझ सकता है और किसी भी 12 समर्थित भारतीय भाषाओं में परिणाम निकालता है। इसके अलावा, गोपाल का स्पीच रिकग्निशन इंजन अन्य बोलियों के लिए भी संवेदनशील है।

● रेवरी का स्वामित्व आर्किटेक्चर, गोपाल के उपयोग के मामले में नए डोमेन और यूज केस जोड़ता है।

इंडिक चैटबॉट्स के अलावा, गोपाल सुइट  में रेवरी के स्वामित्व ए.एस.आर (ऑटोमेटेड स्पीच रिकग्निशन) द्वारा संचालित आई.वी.आर स्वचालन(ऑटोमेशन) भी शामिल है। यह एक इनपुट टूल के रूप में भी काम कर सकता है, स्पीच को टेक्स्ट में परिवर्तित करके वॉइस टाइपिंग प्रदान करता है।

गोपाल को बैंकिंग ऐप और मोबाइल रिचार्ज के लिए परीक्षण किया गया और उपयोग में आसानी से बढ़ोतरी देखी गई और जबकि उपयोगकर्ताओं की मदद करके अपरिचित यू.आई, यूजर फ्लो और इंटरफेस पर बहुत ही अच्छा  प्रदर्शन देखा गया ।

रेवरी द्वारा 15 शहरों में एंड्रॉइड उपकरणों पर किए गए एक सर्वेक्षण में 45 वर्ष से अधिक उम्र के 472 भारतीय भाषा इंटरनेट उपयोगकर्ता शामिल हुए थे जिसमें यह पाया गया कि 54% प्रतिवादी मौजूदा विकल्पों की तुलना में गोपाल के वॉइस सुइट के माध्यम से आसानी से मोबाइल रिचार्ज कराते हैं। 35% ने इसी प्रकार के वॉइस आधारित सेवा का उपयोग कर अपने फोन को नियमित रूप से रिचार्ज कराने की इच्छा जाहिर की।

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