Mumbai की एक Retired Consultant ने अपने लगभग 1.8 करोड़ रुपये एक कूरियर स्कैम में गंवा दिए हैं।
इस महिला को कूरियर कंपनी की ओर से एक कॉल, जिसके बाद उसे एक जाल में फँसाकर उससे ये लूटपाट हुई है।
अगर आप चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा न हो तो आपको किसी भी कॉल का जवाब देते हुए सावधान रहना चाहिए।
मुंबई के बांद्रा वेस्ट की एक रिटायर्ड कन्सलटेंट एक चौंकाने वाली साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गई है, जिसमें उन्होंने 1.75 करोड़ रुपये गंवा दिए हैं। इस घटना से साफ हो जाता है कि आए दिन नए नए तरीकों को अपनाकर स्कैमर्स मासूम लोगों को लूट रहे हैं। 60 वर्षीय महिला को लगा कि उसे आया कॉल सही है, लेकिन उसे यह ज्ञान ही नहीं हुआ कि वह एक धोखाधड़ी का शिकार हो रही है, और उसके पैसे बड़ी तेजी से उसके बैंक अकाउंट से जाने वाले हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह धोखाधड़ी 14 अक्टूबर 2024 को शुरू हुई, जब एक महिला को रितु शर्मा नामक एक लड़की का कॉल आया, इस कॉल करने वाली महिला ने अपने आपको दिल्ली स्थित डीएचएल कूरियर की अधिकृत प्रतिनिधि के तौर पर प्रस्तुत किया। उस कॉल में इस महिला को बताया कि उनके नाम से एक पार्सल बैंकॉक भेजा गया है, जिसमें लैपटॉप, 140 ग्राम एमडीएमए (ड्रग), पांच पासपोर्ट और क्रेडिट कार्ड शामिल हैं। इसके अलावा कॉलर ने यह भी बताया कि यह मामला चाइल्ड ट्रेफिकिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और ड्रग तस्करी से जुड़ा हो सकता है, इस बात को सुनते ही जिस महिला को कॉल किया गया था, वह घबरा गई, और जो उसे कहा गया, वह करती चली गई।
इस महिला ने किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार कर दिया, लेकिन उन्हें बताया गया कि उनके केवाईसी (KYC) डिटेल्स का गलत इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद उन्हें कहा गया कि अगर आप इस समस्या से बचना चाहती हैं तो आपको अपने धन के 90 प्रतिशत हिस्से को आरबीआई खाते में वेरीफकेशन के लिए देना होगा, ट्रांसफर करना होगा। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, कॉल पर विश्वास करते हुए, महिला ने आरटीजीएस के माध्यम से कई बैंक खातों में बड़ी रकम ट्रांसफर कर दी।
कई लेनदेन के बाद, महिला ने कुल 1.75 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए, यह सोचकर कि वह अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही हैं। लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि वह ठगी गई हैं। उनके पैसों को लूट लिया गया है। इसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी है।
इस तरह की ठगी से बचने के लिए आप क्या करें?
किसी भी कॉल को वेरीफाई करें: किसी भी आधिकारिक संगठन के नाम से कॉल करने वाले व्यक्ति की पहचान की कई बार जांच करें। जिस संस्थान से आपको कॉल आ रहा है, आपको उससे संपर्क करना चाहिए।
किसी भी अनजान कॉल से सावधान रहें: धोखेबाज अक्सर डर और जल्दबाजी का सहारा लेते हैं। यदि कोई कॉल धन या निजी जानकारी मांगता है, तो फोन काट दें और आधिकारिक चैनलों के माध्यम से अन्य डिटेल्स को चेक करें।
किसी के साथ भी अपनी निजी और संवेदनशील जानकारी शेयर न करें: अपनी केवाईसी डिटेल्स, पासवर्ड, या कोई भी व्यक्तिगत जानकारी फोन पर किसी के साथ भी शेयर न करें, खासकर जब अनुरोध संदिग्ध लगे।
संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट करें: यदि आपको किसी धोखाधड़ी का संदेह हो रहा है, तो तुरंत पुलिस या अपने बैंक को सूचित करें।