Digital युग में स्कैम भी तेजी से बढ़ रहे हैं. फ्रॉडस्टर्स डिजिटल स्कैम कर लोगों को अपना टारगेट बनाते हैं. अब QR Code Scam की एक और खबर सामने आई है. इस स्कैम के बाद लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. इस स्कैम की वजह से लोगों को लाखों का नुकसान हो सकता है. ताजा खबर मध्य प्रदेश से आई है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश में ऑनलाइन पेमेंट के लिए लगाए गए QR कोड को स्कैमर्स ने बदल दिया. QR कोड का इस्तेमाल दुकानदार कैशलेस पेमेंट लेने के लिए करते हैं. लोग QR कोड को स्कैन करके उन्हें UPI के जरिए भेज सकते हैं. लेकिन, स्कैमर्स ने इसका ही फायदा उठा लिया. उसने दुकानदार के QR कोड को अपने UPI वाले QR कोड से बदल दिया.
रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्य प्रदेश के खजुराहो में लगभग 12 दुकानों और एक पेट्रोल पंप में ऐसा किया गया. जहां पर मौजूदा QR कोड को नए QR कोड से धोखे से बदल दिया गया. इस घटना के बारे में तब जानकारी मिली जब एक मेडिकल स्टोर के मालिक को उसके ग्राहक ने बताया कि UPI पेमेंट में लिंक्ड अकाउंट का नाम बदल गया है.
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इसके बाद उन्होंने तुरंत फर्जी कोड को फाड़कर ओरिजिनल QR कोड लगाया. CCTV फुटेज चेक करने के बाद पता चला कि QR कोड को एक रात पहले बदला गया था. उनके एक्शन लेने से आसपास के दुकानदारों और बिजनेसमैन को अलर्ट करने में मदद मिली.
जबकि कई कई दुकानों और व्यवसाइयों को यह जानकर हैरानी हुई कि ग्राहकों के पेमेंट करने के दावे के बाद भी उनको पेमेंट नहीं मिली. एक पेट्रोल पंप को भी इस दिक्कत का सामना करना पड़ा. ग्राहक के पेमेंट करने के बाद भी पेट्रोल पंप के अकाउंट में रिफ्लेक्ट नहीं हो रहा था. NDTV की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि स्कैनर चेक करने पर नाम किसी छोटू तिवारी का आ रहा था. जिसके बाद उन्होंने इस फर्जी स्कैनर को हटा दिया.
ToI की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोपी की पहचान छोटू तिवारी के रूप में हुई है. वह उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के आसमली गांव का रहने वाला है. घटना की रिपोर्ट दर्ज होने के 72 घंटे के अंदर ही उसको गिरफ्तार कर लिया गया. जांच के दौरान आरोपी के पास से कई फर्जी QR कोड बरामद किए गए हैं.
पुलिस के अनुसार, इस मामले में दो और लोगों की गिरफ्तारी बाकी है. बैंक ट्रांजैक्शन को चेक किया जा रहा है. हालांकि, अभी तक स्कैम के जरिए उन्हें केवल 1700 रुपये मिले थे. ऐसे फर्जी स्कैम से बचने के लिए हमेशा पेमेंट देते और लेते समय नाम को वेरिफाई जरूर कर लें. अगर आपको नाम बिजनेस से मिलता-जुलता नहीं लग रहा है तो इसके बारे में दुकानदार से जरूर कन्फर्म कर लें.
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