भारत के अग्रणी गेमिंग डेस्टिनेशन पेटीएम फर्स्ट गेम्स (पीएफजी) ने आज घोषणा की है कि इसका उद्देश्य स्वदेशी गेम्स का सबसे बड़ा प्रकाशक बनना है। कंपनी भारतीय संस्कृति और लोक कथाओं पर केंद्रित अपने अभिनव गेम्स को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी डेवलपर्स और डिजाइन स्टूडियो को लॉन्चपैड देगी। इससे स्टूडियो को समृद्ध भारतीय विरासत, पौराणिक कथाओं और खेल के इतिहास पर गहन शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए, शानदार गेम्स बनाने का मौका मिलेगा।
पेटीएम फर्स्ट गेम्स युवा प्रतिभाशाली डेवलपर्स की पहचान करने और सभी यूज़र सेगमेंट में सफल होने की क्षमता रखने वाले गेम्स को क्यूरेट करने के लिए कई कार्यक्रम और हैकथॉन्स आयोजित करेगी। कंपनी उन्हें तकनीकी समाधान देकर मदद करेगी और उनका मार्गदर्शन करेगी ताकि वे अपने गेम्स को ज्यादा इंटरैक्टिव, सहज बना सकें और अच्छी तरह से डिजाइन कर पाएं। पीएफजी इन गेम्स को अपने ऐप पर प्रमोट भी करेगा और उन्हें इसके 80 मिलियन के मजबूत गेमर बेस तक पहुंचने के लिए बाजार देगा। इसने इस पूरी पहल के लिए 10 करोड़ रुपये का फंड दिया है।
पेटीएम फर्स्ट गेम्स के सीओओ, सुधांशु गुप्ता ने कहा, "हमारे देश में अभिनव डिजाइन, तकनीक और प्रतिभा के साथ डिजिटल गेमिंग क्षेत्र में क्रांति लाने की काबिलियत है। हमारा मानना है कि अब सही समय आ गया है कि मेड इन इंडिया गेम्स डिजिटल गेमिंग क्षेत्र का नेतृत्व करे, जिसे वैश्विक स्तर पर काफी सफलता मिली है। एक स्वदेशी कंपनी होने के नाते हम भारत के गेमिंग इकोसिस्टम को सक्षम बनाने में अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य ऐसे 200 से अधिक प्रतिभाशाली डेवलपर्स का समर्थन करना है, जिनके पास शायद बड़े स्टूडियो की तुलना में पर्याप्त संसाधन न हो।"
हाल ही में, पेटीएम फर्स्ट गेम्स ने दुनिया भर में प्रसिद्ध दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। एक अरब क्रिकेट-प्रेमी भारतीयों के आइकन, सचिन देश में फैंटसी खेलों की रोमांचक स्टाइल के बारे में जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। फैंटसी क्रिकेट के अलावा, वह पीएफजी को बढ़ावा देने और कबड्डी, फुटबॉल और बास्केटबॉल सहित सभी खेलों के लिए उत्साह जोश बढ़ाने में मदद करेंगे। कंपनी ने इस वित्तीय वर्ष के दौरान फैंटसी खेलों और अन्य ऑनलाइन गेमिंग आयोजनों के लिए बाजार को बढ़ाने देने हेतु निवेश करने के लिए 300 करोड़ रुपये का बजट रखा है।