बिटकॉइन की लेन-देन को हैक कर रहे उत्तर कोरियाई समूह : रिपोर्ट

Updated on 10-Dec-2017
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इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए शेन और उनके सहयोगियों ने लाजारुस, ब्ल्यूनोरॉफ और एंडैरिएल जैसे हैकिंग समूहों द्वारा किए गए हमलों को ट्रैक किया। इन समूहों के उत्तर कोरिया से काम करने का संदेह है।

सुरक्षा शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया स्थित एडवांस पर्सिस्टेंट थ्रेट (एपीटी) समूह तेजी से वित्तीय संस्थानों और बिटकॉइन की लेन-देन पर हमला कर रहे हैं। क्रिप्टोकरंसी माइनिंग बाजार नाइस हैश ने भी इस सप्ताह खुलासा किया कि हैकर्स ने उनके पूरे बिटकॉइन वॉलेट को साफ कर दिया। 

स्काई न्यून की एक रिपोर्ट में शनिवार को स्वतंत्र सुरक्षा शोधकर्ता एश्ले शेन ने दावा किया कि गोपनीय और खुफिया जानकारी चोरी करने के बाद कुछ एपीटी समूह अब बिटकॉइन समेत वित्तीय संस्थानों पर हमला कर रहे हैं।

इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए शेन और उनके सहयोगियों ने लाजारुस, ब्ल्यूनोरॉफ और एंडैरिएल जैसे हैकिंग समूहों द्वारा किए गए हमलों को ट्रैक किया। इन समूहों के उत्तर कोरिया से काम करने का संदेह है।

स्काई न्यूज ने शेन के हवाले से बताया, "भौतिक मुद्रा की तुलना में डिजिटल मुद्रा हासिल करना आसान हो सकता है, इसलिए मुझे लगता है कि यह उचित है।"

बिटकॉइन का मूल्य पिछले दो सप्ताह में दोगुना हो गया है। बिटकॉइन में 24 घंटों से कम समय में 2,000 डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जिसके साथ यह गुरुवार को 14,000 डॉलर को पार कर गया।

नाइस हैश ने कहा कि उनके भुगतान प्रणाली को संकट में डाला गया और बिटकॉइन वॉलेट से सामग्री चोरी हो गई। कॉइनडेस्क ने बताया कि करीब 4,736.42 बिटकॉइन का नुकसान हुआ, जिसकी कीमत करीब 6 करोड़ डॉलर है।

बिटकॉइन को कंप्यूटर की एक जटिल प्रक्रिया के माध्यम से बनाया जाता है, जिसे माइनिंग कहते हैं। पूरे विश्व में इसकी निगरानी कंप्यूटर के नेटवर्क द्वारा किया जाता है।

IANS

Indo-Asian News Service

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