दूरसंचार के अगले स्टैंडर्ड को पांचवीं पीढ़ी का नेटवर्क या 5G मोबाइल नेटवर्क कहा जाता है, जिसे दुनिया भर में दूरसंचार कंपनियां विकसित करने में लगी हुई हैं.
फिनलैंड की प्रमुख दूरसंचार कंपनी नोकिया ने बुधवार को कहा कि वह भारत में 5G मोबाइल नेटवर्क प्रौद्योगिकी विकसित करेगी और यहां अपने शोध और विकास (आरएंडडी) केंद्र का विस्तार करेगी. नोकिया आरएंडडी केंद्र के प्रमुख रूपा संतोष ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हम अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों 5G मोबाइल नेटवर्क आर्किटेक्टचर, वॉयस ओवर एलटीई (लांग-टर्म इवोल्यूशन या मोबाइल डिवाइसों और डेटा टर्मिनल के लिए हाईस्पीड वायरलेस कम्यूनिकेशन का स्टैंडर्ड), क्लाउड और बिग डेटा एनालिटिक्स पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यहां अपने आरएंडडी केंद्र के कर्मियों की संख्या 2018 में बढ़ाएंगे."
दूरसंचार के अगले स्टैंडर्ड को पांचवीं पीढ़ी का नेटवर्क या 5G मोबाइल नेटवर्क कहा जाता है, जिसे दुनिया भर में दूरसंचार कंपनियां विकसित करने में लगी हुई हैं. इस नेटवर्क की साल 2020 से शुरू हो जाने की संभावना है, जो कि वर्तमान के 4जी नेटवर्क की जगह लेगा. इसमें वॉयस, डेटा और वीडियो ट्रैफिक तेज बैंड्सबिथ के माध्यम से ज्यादा तेज गति पर भेजे और प्राप्त किए जा सकेंगे.
संतोष ने कहा, "हम पहले से ही यूरोपीय संघ में 14 औद्योगिक और शैक्षणिक सहयोगियों के साथ मिलकर 5G मोबाइल नेटवर्क आर्किटेक्टचर का विकास कर रहे हैं."
हालांकि कंपनी ने यह जानकारी नहीं दी है कि साल 2018 में वह कितने कर्मियों की भर्तियां करेगी.