नासा ने अपने लूनर मिशन के लिए मोबाइल कनेक्टिविटी मुहैया कराने की जिम्मेदारी नोकिया को दी
निशांत बत्रा चाँद पर सेटअप करेंगे 4G कॉलिंग
भारतीय मूल के नागरिक निशांत बत्रा को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। निशांत बत्रा चांद पर पहला 4G सेलुलर नेटवर्क लगाने का काम करेंगे। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) चांद पर 4G नेटवर्क लगाने जा रही है। इसके लिए नासा ने नोकिया एक्जीक्यूटिव निशांत बत्रा का चुना किया है। नासा (NASA) ने नोकिया को लूनर कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट दिया था। नासा (NASA) 2024 में चांद पर इंसान को भेजने की योजना बना रहा है। नासा (NASA) ने अपने लूनर मिशन के लिए मोबाइल कनेक्टिविटी मुहैया कराने की जिम्मेदारी नोकिया को सौंपी है।
निशांत बत्रा की मानें तो अगर आप चांद पर 4G नेटवर्क चलाते हैं तो वहाँ यह नेटवर्क काम करेगा। यदि कोई व्यक्ति 4जी डिवाइस ले जा रहा है तो वे घर पर कॉल कर सकते हैं जब तक कि कानूनी रूप से इसकी अनुमति है। अभी देखना होगा कि कानूनी रूप से कब तक इसकी अनुमति मिलेगी। ये (नेटवर्क) सिस्टम के लिए बहुत सुरक्षित हैं और सार्वजनिक उपयोग के लिए नहीं हैं।
निशांत बत्रा का जन्म दिल्ली में हुआ है। उन्होंने मध्य प्रदेश से बैचलर डिग्री हासिल की है। जबकि आगे की पढ़ाई यूनाइटेड किंगडम से की है। बत्रा की तरफ से नासा के महत्वाकांक्षी आर्टेमिस मून मिशन लैंडिंग प्रोग्राम को मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है। निशांत बत्रा फिनलैंड में नोकिया कंपनी के स्ट्रैटजी और टेक्नोलॉजी ग्लोबल हेड हैं। यह बेल लैब्स (Bell Labs) में टेक्निकल ऑर्किटेक्चर और रिसर्च से जुड़े कामकाज के लिए जिम्मेदार हैं।