फेसबुक ने एक नए लॉग इन टूल की घोषणा की है, जो फेसबुक का इस्तेमाल करने वालों को यह आज़ादी देता है कि वह अपनी पसंद की जानकारी ही अब थर्ड पार्टी ऐप्स को दे सकेंगे.
यह फेसबुक का अपडेटेड ऐप यूजर्स को आज़ादी देता है कि वह चुनाव कर सकते हैं उन ऐप्स को एक्सेस करते समय. अब जब भी फेसबुक यूजर्स किसी ऐप में फेसबुक से लॉग इन करेंगे, वह अपने आप ही फेसबुक के लॉग इन पेज पर पहुँच जायेंगे, और यहाँ जाकर अपनी दे हुई जानकारियों को एडिट कर सकते हैं, यहाँ अप उन जानकारियों का चुनाव कर सकते हैं जो आप किसी ऐप और वेबसाईट पर शेयर करना चाहते हैं. और यहाँ यूजर्स जिन जानकारियों को साझा नहीं करना चाहते उसे अनचेक कर सकते हैं.
इस टूल को इंट्रोड्यूस करते हुए फेसबुक ने कहा था कि, “उदाहरण के लिए, अगर कोई किस ऐप पर अपना ई-मेल एड्रेस शेयर करना चाहता है, पर उसका जन्म की तारीख नहीं, वह ऐसा कर सकता है कुछ टैब्स की सहायता से.” अब तक यूजर्स जब अपने फेसबुक आईडी से किसी ऐप या वेबसाईट पर लॉग इन करते हैं इनके पास अपनी पर्सनल जानकारी को यहाँ साझा करने के अलावा कोई चारा नहीं होता है. इनके जन्मदिन, फ्रेंडलिस्ट, ई-मेल और प्रोफाइल आदि की जानकारी देनी ही होती है.
इसके अलावा फेसबुक ने एक ऐसे एनोनिमस लॉग इन टूल को भी इंट्रोड्यूस किया है, जिसके द्वारा आप किसी भी ऐप पर गोपनीय रूप से लोग इन कर सकते हैं. इस फीचर की अभी जाँच चल रही है और इसे जल्द ही आपके सुपुर्द कर दिया जायेगा. फेसबुक ने कहा है की, “इस एनोनिमस ऐप की सहायता से आप अगर अपना यूजर नेम और पासवर्ड भूल जाने पर भी लॉग इन कर सकते हैं, पर यह फेसबुक की पर्सनल इनफार्मेशन शेयर नहीं कर सकते हैं. जब इस ऐप के बारे में आपको पूरी जानकारी हो जाए तब आप यह चुनाव कर सकते हैं कि वह कुछ अन्य जानकारी साझा करना चाहते हैं या नहीं.”
इस नए टूल की शुरुआत फेसबुक ने तब कि जब लोगों की शिकायत की कि उन्हें अपनी गोपनीय जानकारी भी किसी ऐप को इस्तेमाल करने के लिए भी करनी होती है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के माध्यम से, “पिछले साल लगभग 10 बिलियन लोगों ने किसी ऐप के इस्तेमाल करने के लिए “फेसबुक लॉग इन” का इस्तेमाल किया, फेसबुक अपने इन दोनों फीचर्स को आने वाले महीने में लॉन्च करने की योजना बना रहा है.
फेसबुक ने इसके डेवेलपर्स को इन किसी लॉग इन पेज पर स्मूदली चलाने के लिए और जरुरी बदलाव करने के लिए लगभग एक साल का समय दिया था. फेसबुक के प्रोडक्ट मैनेजर सिमोन क्रॉस का कहना है कि, अगर डेवेलपर्स ने इस टूल में लोग इन ने सही बदलाव नही किये तो यह आसानी से क्रेश हो जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि, “अगर डेवेलपर ने फेसबुक के अपडेट को प्रीपेर नहीं किया और अगर इसका ऐप अभी भी सही से काम नहीं कर रहा और जो इनफार्मेशन आप नहीं देना चाहते हैं वह उसे आसानी से वहां दर्ज कर देगा, यह एक बग का रूप ले लेगा, पर ऐसा होना नहीं चाहिए.”
सोर्स: फेसबुक