Department of Telecommunications (DoT) कुछ नए SMS रूल लेकर सामने आई है, इनके माध्यम से SIM Swap Fraud पर लगाम लगाई जा सकती है। आइए जानते है कि आखिर क्या यह नया SIM Swap Fraud और कैसे DoT के नए नियम इसपर भारी पड़ सकते हैं।
जैसे ही किसी टेलीकॉम ऑपरेटर को सिम नंबर बदलने की कोई रीक्वेस्ट प्राप्त होती है, वैसे ही इन्हें यानि टेलीकॉम कंपनी को इस रीक्वेस्ट के बारे में यूजर्स को बताना होगा, ऐसा भी कह सकते है कि यूजर्स को इस रीक्वेस्ट की जानकारी देनी होगी।
यूजर्स या ग्राहकों को इस रीक्वेस्ट को IVRS Call के माध्यम से कन्फर्म कर सकते हैं। यह इस बात को सुनिश्चित करने के लिए है कि क्या यह रीक्वेस्ट सही सिम होल्डर के माध्यम से आ रही है, या इसे कोई फ्रॉड भेज रहा है।
अब ऐसे में अगर आप इस बात को प्रूव करने में फेल हो जाते हैं या ग्राहक इस रीक्वेस्ट को रिजेक्ट कर देते हैं तो टेलीकॉम ऑपरेटर को SIM अपग्रेड करने की प्रक्रिया को उसी समय रोक देना होगा।
यह प्रक्रिया जो ग्राहक सिम का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके अलावा किसी को भी उनके नंबर तक पहुँच और OTP के इस्तेमाल से रोकती है। अब अगर आप भी यही सोच रहे हैं कि आखिर कुछ समझ क्यूँ नहीं आ रहा है, तो आइए अब विस्तार से जानते है कि आखिर यह प्रक्रिया कैसे काम करने वाली है। या ऐसा भी कह सकते है कि आखिर कैसे SIM Swap Fraud काम करता है, आइए जानते हैं।
जैसे कि आप जानते ही हैं कि आपका mobile number two factor authentication के लिए इस्तेमाल में लिया जाता है। आपको इसी नंबर पर OTP मिलते हैं, जो आपको आपके सेन्सिटिव डेटा तक पहुँचने में मदद करते हैं। अब ऐसे में अगर आपका नंबर किसी अन्य के हाथ लग जाए तो यह सब जानकारी और आपके OTP भी उसके पास ही जाना शुरू हो जाएंगे। अब अगर ऐसा होता है तो आपके लिए यह बड़ी ही ज्यादा चिंता की बात है।
ऐसा देखने में आ रहा है कि किसी अन्य नंबर यानि किसी अन्य के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले नंबर के लिए एक नया सिम या डुप्लिकेट सिम की रीक्वेस्ट आजकल स्कैमर्स कर रहे हैं। अब जैसे ही उन्हें एक डुप्लिकेट सिम मिल जाता है, इनके पास आपके बैंक अकाउंट और OTP का एक्सेस आ जाता है, ऐसे में यह बड़ी ही आसानी से अपके नंबर से लेनदेन कर सकते हैं और आपके बैंक से पैसे भी निकाल सकते हैं। हालांकि सरकार के इस नए नियम से इस परेशानी से यूजर्स बच सकते हैं। हमें आशा है कि यह रूल आपको पसंद आने वाले हैं।