आज के समय में इंटरनेट हमारी निर्भरता बढ़ती जा रही है, और उसी तरह हमारे आसपास होने वाले ऑनलाइन घोटालों की भी। अब बहुत बड़े पैमने पर लोग विभिन्न तरीकों से ऑनलाइन खरीदारी करते हैं, और हर दिन एक नया धोखाधड़ी का मामला हमारे सामने आता है। इस बार ई-कॉमर्स ब्रांड फ्लिपकार्ट रडार में है। क्या हुआ? आइए देखते हैं।
एक X यूजर, अभिषेक भटनागर ने इस प्लेटफ़ॉर्म के जरिए एक समस्या को साझा किया है, जो उनके दोस्त निखिल को एक प्रोडक्ट के लिए झेलनी पड़ी, जो उन्होंने फ्लिपकार्ट के जरिए ऑर्डर किया था। भटनागर के X पोस्ट के अनुसार, निखिल ने फ्लिपकार्ट से 30000 रुपए का एक Sonos स्पीकर ऑर्डर किया था। जब उन्हें पार्सल मिला, तो वह आश्चर्य में आ गए कि उसमें Sonos स्पीकर मौजूद नहीं था। उसके बजाए उसे एक Mi ब्लूटूथ स्पीकर से बदल दिया गया था जिसकी कीमत केवल 2400 रुपए थी।
उन्हें कंपनी को सोशल मीडिया पर बुलाना पड़ा क्योंकि कई सारे फॉलो-अप और शिकायतों के बावजूद, फ्लिपकार्ट कथित तौर पर समस्या को सुलझाने में विफल रहा। भटनागर ने अपने X पोस्ट में कहा, “यह बहुत निराशाजनक है कि जब एक ग्राहक के पास गलत या नकली प्रोडक्ट प्राप्त होने का स्पष्ट प्रमाण है, फिर भी वे जवाब देने की जहमत नहीं उठा रहे हैं।” फिर उन्होंने कंपनी की आलोचना करते हुए यह सुझाव दिया कि “फ्लिपकार्ट का नाम बदलकर फ्रॉडकार्ट रख देना चाहिए।”
यह पोस्ट इंटरनेट पर बहुत तेजी से वायरल हो गया। उस पर कई लोगों ने अपने मिलते-जुलते अनुभव साझा किए जो उनके सामने पहले आ चुके हैं। एक यूजर ने कॉमेंट किया, “जितनी बार भी मैं ट्विटर खोलता हूँ तो एक नया फ्लिपकार्ट घोटाला सामने आता है।” जबकि दूसरे ने कहा, “ई-कॉमर्स घोटाले इस समय अपने चरम पर हैं।” वहीं एक तीसरे यूजर ने एक देर किए गए रिप्लेसमेंट ऑर्डर के साथ अपनी निराशा को साझा किया और फ्लिपकार्ट को “बड़ा धोखेबाज” कहा।
यहाँ तक कि कई लोगों ने यह सवाल भी उठाया कि फ्लिपकार्ट की कम प्रतिष्ठा के बावजूद भी लोग लगातार यहाँ से खरीदारी क्यों कर रहे हैं। एक यूजर ने कहा कि फ्लिपकार्ट “ऑनलाइन शॉपिंग सेगमेंट में सबसे बुरा और सबसे बड़ा धोखेबाज है।”
क्या आपको भी ऐसी समस्या का सामना करना पड़ा? हमें कॉमेंट सेक्शन में बताएं।