महिंद्रा ने भारत सरकार को इलेक्ट्रिक कार सप्लाई करने के लिए टाटा मोटर्स से मिलाया हाथ

Updated on 06-Oct-2017
HIGHLIGHTS

महिंद्रा एंड महिंद्रा पहले चरण में 150 कारों की आपूर्ति करेगा

भारतीय कार निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा ने ऊर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (EESL) के लिए टाटा मोटर्स के साथ हाथ मिलाकर भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय(मिनिस्ट्री ऑफ पावर) के लिए कुल 10,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने का कॉन्ट्रैक्ट लिया है सैमसंग के इन स्मार्टफोंस पर फ्लिपकार्ट दे रहा है डिस्काउंट

टाटा मोटर्स ने ये कॉन्ट्रैक्ट 4 अक्टूबर को लिया है. टाटा मोटर्स ने प्रत्येक इलेक्ट्रिक वाहन के लिए सबसे कम कीमत पर बोली लगाकर कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है. टाटा ने जीएसटी के साथ 11.2 लाख रुपये प्रति वाहन बोली लगाई. महिंद्रा एंड महिंद्रा ने EESL के कॉन्ट्रैक्ट के लिए सबसे कम बोली लगाई और कुल अनुबंध का 40 प्रतिशत प्रदान करने के की मंजूरी ले ली है.

प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया को दिए एक बयान में, ईईएसएल (EESL) ने कहा, "ईएसएसएसएल अपने इलेक्ट्रिक वाहन टेंडर के पहले चरण के ऑर्डर की पुष्टि करता है. महिंद्रा एंड महिंद्रा टाटा मोटर्स द्वारा जारी सबसे कम बोली (बिड) मूल्य से मेल खाता है. टेंडर की शर्तों के अनुसार, महिंद्रा एंड महिंद्रा ऑर्डर का 40 फीसदी हिस्सा सप्लाई कर सकता है. लेकिन पहले चरण में इसने 500 इलेक्ट्रिक कार के 30 प्रतिशत आपूर्ति पर सहमत जताई है, इसलिए महिंद्रा एंड महिंद्रा पहले चरण में 150 कारों की आपूर्ति करेंगे. पहले चरण की आपूर्ति की समय सीमा 1 नवंबर, 2017 है. बाकी सभी डिलीवरी 2018 में यानि अगले साल होगी.

टाटा मोटर्स ने कथित तौर पर विद्युतीकरण के लिए टाटा टिगॉर कॉम्पैक्ट सिडान को निर्धारित किया है, और 85 किलोवाट इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन के साथ जा सकते हैं जो टियागो में दिखाया जा चुका है. टाटा कारों के साथ पांच साल की वारंटी भी प्रदान कर रहा है, जिससे कंपनी को यह डील पाने में मदद मिली. सैमसंग के इन स्मार्टफोंस पर फ्लिपकार्ट दे रहा है डिस्काउंट

Connect On :