Android दुनिया का सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला मोबाइल OS है। Android ऑपरेटिंग सिस्टम 80% मार्केट शेयर के साथ केवल यूज़र्स में ही लोकप्रिय नहीं है बल्कि स्कैमर्स भी यूज़र्स के साथ फ्रॉड करने के लिए नए रास्ते तलाश कर स्पैम करते रहते हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में, रेपोर्ट्स में कई खतरनाक एंडरोइड मालवेयर को देखा गया है। हमने टॉप 5 Android मालवेयर की लिस्ट बनाई है जिनसे आपको खासतौर से बचना चाहिए।
BlackRock Android malware को सबसे पहले इस साल मई में देखा गया था। अब रिसरचर्स को मालवेयर का नया निशान दिखा है जो यूज़र्स के पासवर्ड और क्रेडिट कार्ड डीटेल्स चुरा सकता है। यह मालवेयर 337 Android ऐप्स को इफेक्ट कर रहा है जिसमें जीमेल, ऊबर, ट्विटर, स्नैपचैट और इन्स्टाग्राम आदि शामिल हैं।
Fakesky एक स्पाइंग मालवेयर है जिसे अक्तूबर 2017 में डिटेक्ट किया गया था। इस मालवेयर ने करीब 3 साल बाद वापसी की है और चीन, ताईवान, फ़्रांस, स्विट्ज़रलैंड, जर्मनी, UK और US आदि को मिलाकर ग्लोबली अटैक किया है।
EventBot बैंकिंग मालवेयर ने इस साल मई में भारतीय एंडरोइड फोन यूज़र्स को टार्गेट किया था। उस समय एजन्सी ने बताया था कि EventBot 200 से अधिक फाइनेंशियल ऐप्स जैसे बैंकिंग ऐप्स, मनी ट्रान्सफर सर्विस और क्रिप्टोकरेंसी वोलेट पर हमला कर रहा था।
इस साल की शुरुआत में CovidLock ने Android यूज़र्स को टार्गेट किया था। इस रेंसमवेयर ने Covid-19 ट्रैकिंग ऐप के रूप में एंट्री ली थी और कई तरह की पर्मिशन मांगी थी। सभी पर्मिशन मिलने के बाद इस रेंसमवेयर ने यूज़र्स के फोन को लॉक कर दिया था और इसे 48 घंटे में अनलॉक करने के लिए बिटकोइन में $100 मांगे थे।
Agent Smith ने पिछले साल ग्लोबली 25 मिलियन Android यूज़र्स को टार्गेट किया था जिसमें 15 मिलियन यूज़र भारतीय थे। यह गूगल-रिलेटेड ऐप के रूप में आया था और यह एंड्रॉइड में पाई गई कमजोरियों को खत्म करता है जो यूज़र्स के नॉलेज या इंटरैक्शन के ऑटोमेटिकली इंस्टॉल किए गए ऐप्स को मलिशियस वर्जन के साथ बदल देता है।