यह उपग्रह पृथ्वी से 33,000 और 39,000 किलोमीटर के बीच की ऊंचाई पर काम करेगा.
जापान ने मंगलवार को चौथे और अंतिम उपग्रह लॉन्च किया है, और ये चारों उपग्रह मिलकर स्थलीय दिशा सूचक नेटवर्क प्रणाली बनाते हैं. इससे मौजूदा जीपीएस सेवाओं में सुधार होगा और आपदा के दौरान एक बेहतर संचार प्रणाली तैयार करने में मदद मिलेगी. समाचार एजेंसी 'एफे' के अनुसार, कागोशिमा प्रांत के तानेगाशिमा द्वीप पर स्थित अंतरिक्ष केंद्र से जापान एरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) और मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज ने जापानी एच-2ए रॉकेट के जरिए मिचीबिकी-4 संचार उपग्रह लॉन्च किया.
'जेएएक्सए' ने एक बयान में कहा कि रॉकेट का लॉन्च और उड़ान योजना अनुरूप रही है और साथ ही उपग्रह को अलग होने में भी निर्धारित 28 मिनट और 21 सेकंड ही लगे हैं.
यह दूसरी प्रणाली है, जिसे जापान ने अपने कासी-जेनिथ सैटेलाइट सिस्टम्स के तहत लॉन्च किया है. यह उपग्रह पृथ्वी से 33,000 और 39,000 किलोमीटर के बीच की ऊंचाई पर काम करेगा.