आज Indian Space Research Organisation ISRO ने GSAT-7A को लॉन्च करने के लिए अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली है। बस कुछ ही समय बाद GSAT-7A को इसरो टीम 35वां कम्युनिकेशन सैटेलाइट को लॉन्च करने वाली है।
ख़ास बातें:
GSAT-7A की मिशन लाइफ है 8 साल
GSLV-F11 के ज़रिये लॉन्च किया जायेगा कम्युनिकेशन सैटेलाइट
ISRO के चौथी जनरेशन का लॉन्च व्हीकल है GSLV-F11
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने देश के 35वां कम्युनिकेशन सैटेलाइट को लॉन्च करने की तैयारी कर ली है। यह इसरो का 35वां कम्युनिकेशन सैटेलाइट है जो Ku-band यूज़र्स की कम्युनिकेशन को और भी बेहतर बनाने में मदद करेगा। इसरो ने कल यानी 19 दिसंबर को जीसैट -7ए को लॉन्च करने की उलटी गिनती शुरू कर दी है। आपको बता दें कि इसरो Sriharikota सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से GSLV-F11 के ज़रिये इस संचार उपग्रह को भेजने के लिए कमर कस चुका है। GSLV-F11 GSAT-7A को Geosynchronous Transfer Orbit (GTO) में इंजेक्ट करेगा जिसके बाद कम्युनिकेशन सैटेलाइट onboard propulsion systems की मदद से अपने फाइनल Geostationary Orbit में पहुंच जायेगा।
आपको बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के सामने रणनीतिक सैटेलाइट्स की मांग बढ़ गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के सूत्रों के मुताबिक यह जानकारी मिली है कि रणनीतिक क्षेत्रों में सैटेलाइट्स की काफी मांग है। इसी को ध्यान में रखते हुए लगभग 6 से 7 सैटेलाइट्स बनाने की योजना इसरो कर रहा है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने हाल ही में इसके सम्बन्ध में ताज़ा अपडेट जारी किया था और बताया था कि लॉन्च की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। भारतीय स्पेस एजेंसी ने कहा कि श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इस उपग्रह के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती मंगलवार से यानी आज से ही शुरू हो जाएगी। आपको बता दें कि इस कम्युनिकेशन सैटेलाइट की मिशन लाइफ 8 साल होगी। GSLV-F11 ISRO के चौथी जनरेशन का लॉन्च व्हीकल है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि GSAT-7A का वज़न 2,250kg है। इसके साथ ही कम्युनिकेशन सैटेलाइट स्पेसपोर्ट पर दूसरे लॉन्च पैड से तय समय पर शाम 4.10 बजे लिफ्ट कर दिया जायेगा। पिछले महीने यानी नवंबर में इसरो ने हिसआईएस सैटेलाइट का सफल लॉन्च किया था जिससे भारतीय सेना को भी इससे काफी मदद मिल सकने की आशंका जताई जा रही है।