ISRO का GSAT-6A कम्यूनिकेशन सेटेलाइट आज होगा लॉन्च, जानें इसके बारे में सबकुछ

ISRO का GSAT-6A कम्यूनिकेशन सेटेलाइट आज होगा लॉन्च, जानें इसके बारे में सबकुछ
HIGHLIGHTS

आज शाम 4 बजकर 56 मिनट पर लॉन्च किया जाएगा GSAT-6A सेटेलाइट, ISRO लॉन्च से लगभग 1 घंटे पहले लॉन्च का लाइव स्ट्रीम शुरू करेगा।

ISRO आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा लॉन्चपैड से अपने कम्यूनिकेशन सेटेलाइट GSAT-6A को आज शाम 4 बजकर 56 मिनट पर लॉन्च करने के लिये तैयार है। अगस्त 2015 में GSAT-6 को लॉन्च करने के बाद S-बैंड कम्यूनिकेशन सेटेलाइट GSAT-6A भारत का दूसरा  सेटेलाइट होगा। लगभग 270 करोड़ रुपये की लागत से बना 2 टन का ये सेटेलाइट 2017-18 वित्तीय वर्ष में लॉन्च होने वाला अंतिम सेटेलाइट होगा।

S-बैंड को विद्युत चुम्बकीय स्पेकट्रम के रूप में माना जाता है, जो 2 से 4 गीगाहर्ट्ज की फ्रीक्वेंसी को कवर करता है और अन्य कम्यूनिकेशन सेटेलाइट, मौसम रडार और सतह जहाज रडार द्वारा उपयोग किया जा सकता है। महत्वपूर्ण बात ये है कि S-बैंड सेटेलाइट का 2.5 गीगाहर्ट्ज बैंड 4G ट्रांसमिशन के लिए उपयोग किया जाता है और दूरसंचार दिग्गजों के लिए ये बहुत महत्वपूर्ण है। GSAT-6A  में हब कम्यूनिकेशन लिंक के लिए 0.8 मीटर लंबा एंटीना भी होगा।

चूंकि इस तरह के उपग्रह को लॉन्च किया जा रहा है ताकि नेटवर्क प्रबंधन तकनीकों जैसे 6m S -बैंड 'अनफर्बल एंटीन' और हैंडहेल्ट ग्राउंड टर्मिनलों के प्रदर्शन के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जा सके। Unfurlable एंटीना 6 मीटर लंबा और इसका आकार छाता की तरह है एक बार सेटेलाइट ऑर्बिट में प्लेस हो जाएगा एंटीना खुल जाएगा और ये सामान्य एंटीना की तुलना में लगभग तीन गुना व्यापक होगा। संचार की जरूरतों के अलावा, GSAT-6A को भी सैन्य उपयोग के लिए नामित किया गया है। संचार की जरूरतों के अलावा, GSAT-6A  सैन्य उपयोग के लिए भी इस्तेमाल होगा।

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जब GSAT-6A ऑर्बिट में होगा तो वह मल्टी-बीम कवरेज सुविधा प्रदान करेगा और पांच स्पॉट बीम में S-बैंड और एक बीम में C-बैंड होगा। इस लॉन्च के तीन चरणों होंगे। GSAT-6A  को ISRO के GSLV-F08  रॉकेट पर लॉन्च किया जाएगा, रॉकेट का वजन 415.6 टन है और इसकी ऊंचाई 49.1 मीटर है। GSLV-F08  रॉकेट लिफ्टऑफ़ के बाद सेटेलाइट को 17 मिनट और 46.50 सेकेंड में ऑर्बिट में पहुंचाएगा, लॉन्च के तीन चरणों होंगे।

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यह ISRO का इस वित्तीय वर्ष का आखिरी लॉन्च होगा और अगले वित्तीय वर्ष के शुरू होने के बाद एक नेविगेशन उपग्रह को लॉन्च किया जाएगा।  इसरो ने कहा है कि GSAT-6A का जीवन काल(लाइफ-स्पैन) 10 साल का है और इस सेटेलाइट की लागत 270 करोड़ रुपये है। ISRO लॉन्च से लगभग 1 घंटे पहले लॉन्च का लाइव स्ट्रीम शुरू करेगा।

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Arunima
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