भारत में तकरीबन 4.1 करोड़ हाइपरकनेक्टेड उपभोक्ता हैं और इस वर्ग से ताल्लुक रखने वाले दिल्ली व मुंबई जैसे शहरों के अधिकतर उपभोक्ता इंटरनेट के प्रति आसक्त हैं. GFK ने अपने नवीनतम अध्ययन में कहा है कि देश की इंटरनेट आबादी में 10 में से एक हाइपरकनेक्टेड उपभोक्ता है. अध्ययन में ऐसे लोगों के विषय में कहा गया है, जिनके पास एक स्मार्टफोन, कम से कम एक और कनेक्टेड डिवाइस है. वे रोज इंटरनेट एक्सेस करते हैं और स्मार्टफोन पर रोजाना चार से अधिक घंटे समय बिताते हैं. भारत में हाइपरकनेक्टेड कंज्यूमर अध्ययन के अनुसार, वे रोज लगभग छह घंटे ऑनलाइन बिताते हैं, यह औसत उपभोक्ता द्वारा बिताए जाने वाले समय की तुलना में दोगुना है. उनके लिए प्राइम टाइम रात नौ से मध्यरात्रि 12 बजे तक रहता है.
GFK के दक्षिण एशिया प्रबंध निदेशक निखिल माथुर ने कहा, "यह अध्ययन कनेक्टेड उपभोक्ता की उभरती श्रेणी को रेखांकित करता है, जो कि जीवनशैली के डिजिटल प्रकारों को काफी सक्रियता से अपना रहे हैं. 'हाइपर' वर्ग के इस उद्भव से ग्राहकों का संपर्कशीलता का स्तर दूसरे मुकाम तक जाता है. यह साबित करता है कि डिजिटलीकरण वाकई में तेज गति से अपनी जगह बना रहा है और स्मार्टफोन इस प्रक्रिया में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं."
हाइपरकनेक्टेड उपभोक्ता स्मार्टफोन पर कम्युनिकेशन और सोशल नेटवर्किं ग के लिए आधे से ज्यादा समय (61 प्रतिशत) बिताते हैं. स्मार्टफोन पर बिताए जाने वाले समय में व्हाट्सएप एवं फेसबुक का योगदान 54 फीसदी है. औसत उपभोक्ता से तुलना करें तो हाइपरकनेक्टेड उपभोक्ताओं ने इंस्टाग्राम तीन गुणा ज्यादा ऐक्सेस किया. टैक्सी एप का अक्सर (1.3 गुणा) इस्तेमाल किया और पिछले महीने में कुल 16 नए एप्स में से छह और एप्स डाउनलोड किए.
GFK के डिजिटल मार्केट इंटेलीजेंस क्षेत्रीय निदेशक कार्तिक वेंकटकृष्णन ने कहा, "भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या अगले साल जून तक 45 करोड़ का आंकड़ा पार करने की संभावना है, ऐसे में हाई सोशल एक्टिविटी के लिए स्मार्टफोन का उपयोग साधारण नेटवर्किं ग से परे निकल गया है और यह कनेक्टेड, डिजिटल-प्रवर्तित लाइफस्टाइल के रूप में सामने आया है."
इस अध्ययन के विस्तृत आंकड़ों का अनावरण हाल में GFK क्लाइंट इवेंट डिस्कवर, डिस्रप्ट, डिलाईट-एरा ऑफ द हाइपरकनेक्टेड कंज्यूमर्स इन इंडिया के दौरान किया गया. इस इवेंट का आयोजन सात सितंबर को सोफीटेल मुंबई में हुआ था.