चीन की कंपनी हुवावे के ज़रिए बनाए गए टेलीकॉम एक्विपमेंट के उपयोग को लेकर भारत अपने मोबाइल कैरियर्स को ब्लॉक कर सकता है। दूरसंचार लाइसेन्स नियमों में बदलाव के बाद भारत सरकार चीनी कंपनी हुवावे पर प्रतिबंध लगा सकती है। हुवावे पर अंकुश लगाने के एक अमेरिकी अभियान ने दुनिया भर में अपने डिवाइसेज़ के इस्तेमाल पर रोक या लिमिट बढ़ा दी है लेकिन नई दिल्ली और बीजिंग के बीच उनकी साझा सीमा पर तनावपूर्ण सम्बन्धों से भारत में स्थिति खराब हो गई है।
दूरसंचार विभाग ने बुधवार को कहा कि 15 जून के बाद कैरियर्स केवल सरकार द्वारा अनुमोदित ट्रस्टेड सोर्सेज से एक्विपमेंट के कुछ प्रकार के उपकरण खरीद पाएंगे। रोयटर्स कि रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि, हुवावे के दूरसंचार उपकरणों की खरीद व इस्तेमाल पर सरकार पूरी तरह रोक लगाने की तैयारी कर रही है।
ZTE के खिलाफ भी सरकार ले सकती है एक्शन
अधिकारियों ने कहा कि, “अगर कोई निवेश राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम पैदा करता है तो हम आर्थिक लाभ को प्राथमिकता नहीं दे सकते। टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने गुरुवार को हुवावे पर अपना कोई बयान नहीं दिया है लेकिन उसे विश्वस्त सूत्रों और ब्लैकलिस्ट को लेकर आगे जानकारी देनी है। हालांकि, तीसरे ओफिशियल ने कहा कि, ZTE कॉर्प एक अन्य चीनी फर्म को भी बाहर रखा जा सकता है।
बता दें, चीनी सरकार के लिए जासूसी करने के लिए कथित रूप से हुवावे और ZTE पर जांच चल रही है। दोनों कंपनियों ने इस मामले में आरोपों को खारिज किया है।