WeTransfer भारत में कई लोगों के लिए बन्द हो गया है। फ्री फाइल ट्रान्सफर सर्विस को कुछ लोगों के लिए बैन कर दिया गया है। लोग इस सेवा के ज़रिए बड़े पैमाने पर दोस्तों और सहकर्मियों के साथ बड़ी फाइल्स साझा करते हैं। COVID-19 के कारण हुए लॉकडाउन में वर्क-फ्रोम-होम में वैबसाइट का सबसे अधिक इस्तेमाल किया गया है। लेकिन अब भारत सरकार ने इस वैबसाइट को बन्द करने का निर्णय लिया है।
रिलायंस जियो, वोडाफोन आइडिया और Hathway ने अपने सब्सक्राइबर्स के लिए WeTransfer को ब्लॉक कर दिया है। हालांकि, एयरटेल यूज़र्स अब भी वैबसाइट एक्सैस कर सकते हैं। जो यूज़र वैबसाइट एक्सैस नहीं कर पा रहे हैं उन्हें एक मैसेज प्राप्त होता है जिसमें लिखा है, “DoT का अनुपालन करते हुए आपको वेबपेज का एक्सैस प्राप्त नहीं है।”
WeTransfer यूज़र्स ने ट्विटर पर रिपोर्ट किया है कि वे वैबसाइट एक्सैस करने में असमर्थ हैं। कंपनी ने ट्वीट पर रिप्लाई किया है, “हमें रेपोर्ट्स प्राप्त हुई हैं कि WeTransfer को भारत में आंशिक रूप से ब्लॉक कर दिया गाय अहै। हमारी टीम इसकी जांच कर रही है और हमें उम्मीद है कि जल्द हमें और जानकारी प्राप्त होगी। इस समय, हमारी साइट को एक्सैस करने का एक तरीका VPN सर्विस है।”
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन (DoT) ने 18 मई को WeTransfer को बैन करने का आदेश दिया है। आदेश के मुताबिक, ISPs देश में WeTransfer के दो खास वेबपेज को बैन करेगा।
अभी तक वैबसाइट को बैन करने का कारण सामने नहीं आया है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि सर्विस को बैन करने का कारण सर्विस के ज़रिए अश्लील कंटैंट, पाइरेटेड फिल्में आदि शेयर करना है।
WeTransfer को 2009 में लॉन्च किया गया था और यह यूज़र्स को 2GB तक की फाइल अपलोड करने आर वेब पर URL के ज़रिए शेयर करने की अनुमति देता है। कंपनी अपने प्रीमियम सर्विस पर यूज़र्स को 20GB की फ़ाइल्स या फोंल्डर शेयर करने की अनुमति देता है और साथ ही 1TB का स्टोरेज स्पेस ऑफर करता है। सर्विस की टक्कर में Dropbox, Google Drive, Microsoft OneDrive आदि आते हैं।