एक और व्यक्ति बना नए स्कैम का शिकार, अब eSIM का फायदा उठा रहे स्कैमर्स, जानें पूरा माजरा

Updated on 02-Aug-2024
HIGHLIGHTS

हैदराबाद में निजी क्षेत्र के एक कर्मचारी के साथ 1 लाभ रुपए से ज्यादा का घोटाला हो गया।

इस बार धोखेबाज़ एक कदम आगे बढ़ गए और पीड़ित के नाम पर एक eSIM ऐक्टिवेट कर ली।

घोटालों से बचने के लिए यह सुझाव दिया जाता है कि अनजान सूत्रों से कभी भी APK फाइल्स डाउनलोड न करें।

eSIM Scam: हम सभी जानते हैं कि दिन-ब-दिन घोटालों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में एक नया घोटाला सामने आया है। हैदराबाद में निजी क्षेत्र के एक कर्मचारी के साथ 1 लाभ रुपए से ज्यादा का घोटाला हो गया। और इस बार यह घोटाला कुछ नया है। इस बार धोखेबाज़ एक कदम आगे बढ़ गए और पीड़ित के नाम पर एक eSIM ऐक्टिवेट कर ली।

यह eSIM स्कैम कैसे हुआ?

क्योंकि स्कैमर्स के पास पहले से ही पीड़ित की ईसिम थी, तो उन्हें OTP या किसी भी दूसरी ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया की जरूरत नहीं पड़ी। यह कैसे हुआ? तो पीड़ित को व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से एक मेसेज प्राप्त हुआ। उस मेसेज में “customer support” नाम की एक APK फ़ाइल का लिंक शामिल था, जो भेजनेवाले के दावे के अनुसार एक नया क्रेडिट अप्लाई करने में मदद करने के लिए अनिवार्य था।

पीड़ित को लगा कि यह असली है और उसने लिंक पर क्लिक कर दिया। जैसे ही APK इंस्टॉल हुआ, तो स्कैमर को पीड़ित के डिवाइस में स्टोर सारी संवेदनशील जानकारी मिल गई। फिर स्कैमर ने नया क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए आवश्यक डिटेल्स देने के लिए उसे झांसे में लिया। और फिर अचानक पीड़ित को पता चला कि वह अपने मोबाइल नेटवर्क से डिस्कनेक्ट हो गया है। इसके बाद उसके पास कोई भी मेसेज या कॉल नहीं आ रहा था।

और फिर जल्द ही उसके बैंक खाते से 1,06,650 रुपए चोरी हो गए। इसके बारे में उसे तब तक कुछ भी पता नहीं चला जब कि उसने कनेक्टिविटी को रीस्टोर करके बैंक स्टेटमेंट चेक नहीं किया।

यह सब करने के लिए स्कैमर्स ने पीड़ित के फोन नंबर का इस्तेमाल करके अन्य डिवाइस में ईसिम ऐक्टिवेट करने के लिए एक लूपहोल का इस्तेमाल किया, जिससे OTP की जरूरत न पड़े, और फिर स्कैमर्स के पास पीड़ित के सभी कॉल्स और OTP आने लगे।

नए eSIM से कैसे बचें?

  • अनजान सूत्रों से कभी भी APK फाइल्स डाउनलोड न करें।
  • भेजने वाले की पहचान को वेरिफाई करें।
  • नई सेवाओं जैसे कि क्रेडिट कार्ड्स के लिए अप्लाई करने के दौरान आधिकारिक वेबसाइट्स और ऐप्स का इस्तेमाल करें।
  • जागरूक रहें और अगर आपको लगे कि कुछ सही नहीं है, तो जल्दी रिएक्ट करें। सुरक्षित रहें!
Faiza Parveen

फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं।

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