टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर अब यूजर्स को हाई-स्पीड डेटा ऑफर कर रहे हैं, लेकिन अभी भी कभी-कभार स्लो नेटवर्क इश्यू होते रहते हैं। कई बार यह समस्या इतनी गंभीर हो जाती है कि फोन पर बात भी नहीं हो पाती है। कई बार काम धीमा होने के कारण ऑनलाइन पेमेंट आदि भी अटक जाती है। ऐसे में लोग बहुत ज्यादा परेशान हो जाते हैं और अपना नंबर भी बदल लेने पर उतारू हो जाते हैं। हालांकि यही कारण है कि खराब नेटवर्क कवरेज सेवा के कारण ग्राहकों को दूसरे नेटवर्क पर स्विच करना पड़ता है।
अगर आपको भी यह समस्या है, तो एक उपाय है, जो आपको बिना देर किए खराब नेटवर्क समस्याओं से बचने में मदद करेगा। इसके लिए आप मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी/MNP) सर्विस का इस्तेमाल कर बिना किसी रुकावट के अपना नंबर दूसरे नेटवर्क में ट्रांसफर कर सकते हैं। अगर आप भी अपने सिम को दूसरे नेटवर्क में पोर्ट करने की सोच रहे हैं, तो जान लें ये कैसा करना है…
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इसके लिए आपको अपने नंबर से 1900 पर 'PORT' स्पेस 'आपका मोबाइल नंबर' लिखकर एसएमएस करना होगा। इसे केवल बड़े अक्षरों में यानि अंग्रेजी के कैपिटल लेटर्स में लिखने की आवश्यकता है। एक बार एसएमएस डिलीवर हो जाने पर, आपको यूपीसी के साथ एक एसएमएस प्राप्त होगा यानी पोर्टिंग अनुरोध के लिए यूनिक पोर्टिंग कोड यहाँ आपको इसी SMS के माध्यम से मिलने वाला है।
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इसके बाद, अपने नजदीकी स्टोर पर जाएं और कस्टमर सपोर्ट एग्जीक्यूटिव से मदद मांगें। यहां आपको अपने दस्तावेज जैसे पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ आधार कार्ड, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ वेरिफिकेशन के लिए पासपोर्ट साइज फोटो जमा करना होगा।
वेरीफिकेशन के बाद, आपको पोर्टेबिलिटी शुल्क का भुगतान करना होगा। ऑपरेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्टोर आपको एक नया सिम कार्ड देगा। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग चार से सात दिन का समय लता है, हालांकि यह सभी वर्किंग डे होना जरूरी है, आहार इस बीच में कोई सरकारी छुट्टी है तो समय कुछ बढ़ सकता है।
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