हम सभी जानते हैं कि इंडिया में जियो ही इस समय सबसे बड़ा मोबाइल नेटवर्क प्रोवाइडर है। टेलीकॉम कंपनी के पास देशव्यापी 4G नेटवर्क तो है ही साथ ही जल्द ही कंपनी अपने 5G नेटवर्क को भी इंडिया के बाजार में लाने वाली है। हालाँकि लोगों को लुभाने के लिए कंपनी के पास कई आकर्षक प्रीपेड और पोस्टपेड रिचार्ज प्लान्स भी हैं। आपको जियो के साथ जियो एप्स का कोम्प्लेमेंट्री एक्सेस तो मिलता ही है, इसके अलावा आपको टेलीकॉम कंपनी यानी रिलायंस जियो की ओर से कई अन्य OTT प्लेटफॉर्म्स का एक्सेस भी अपने रिचार्ज प्लान्स के साथ दिया जाता है, इनमें Disney+ Hotstar VIP Access आदि शामिल हैं। इसके अलावा अन्य कई लाभ जियो की ओर से आपको फ्री में भी मिलते हैं।
आपको बता देते है कि जियो के नेटवर्क पर आप बड़ी आसानी से अपने प्रीपेड या पोस्टपेड नंबर को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से पोर्ट कर सकते हैं। इसका मतलब है कि जियो आपको ज्यादा से ज्यादा आज़ादी देता है। हालाँकि आपको इसके लिए कुछ प्रूफ्स की जरूरत होती है। अगर आप अपने नंबर को पोर्ट करना चाहते हैं, खासकर अगर आप जियो में अपने मौजूदा नंबर को पोर्ट करना चाहते हैं तो आपके पास कुछ डाक्यूमेंट्स का होना जरुरी है।
अगर आप अपने मौजूदा मोबाइल नंबर को जियो में पोर्ट करना चाहते हैं तो आपको कुछ दस्तावेजों की जरूरत होती है, यह दस्तावेज आपके ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ही जरूरत पता प्रमाण पत्र हो सकता है, इसके अलावा आपके पास आपका सरकार पहचान पत्र भी होना जरुरी है। हालाँकि इसके अलावा आपको यह भी बता देते है कि कुछ समय पहले सिम को आपके घर तक पहुँचाने यानी आपको डोरस्टेप डिलीवरी यानी सिम को आपके घर तक पहुंचाने जैसी सेवाएं सभी नेटवर्क प्रोवाइडर्स ने शुरू की थी, तो जियो भी आपके लिए यह कर सकता है। हालाँकि आप अपने नजदीकी रिटेल स्टोर पर जाकर भी इस प्रक्रिया को अंजाम दे सकते हैं। आप मायजियो एप्प का इस्तेमाल करके भी अपने लिए एक नई जियो सिम की बुकिंग कर सकते हैं।
इंट्रा-सर्कल पोर्ट के मामले में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) प्रक्रिया में 48 घंटे तक का समय लगता है। हालाँकि, यदि आप अपना टेलीकॉम सर्कल बदल रहे हैं, तो इसमें चार दिन लग सकते हैं। पोर्टिंग प्रक्रिया में जम्मू और कश्मीर, असम और उत्तर पूर्व भारत के ग्राहकों के लिए 15 दिन तक लगने की उम्मीद है।
अन्य सभी मोबाइल ऑपरेटरों की तरह ही Jio आपको अपने नए सिम कार्ड की डिलीवरी ऑनलाइन करने की सुविधा देता है ऐसा उस स्थिति में आप कर सकते हैं, जब आप कोरोना वायरस के इस दौर में अपने घर से बाहर नहीं जाना चाहते हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया से शुरुआत करने से पहले अपने पते और पहचान प्रमाण को संभाल कर रखना बेहतर जरुरी है।
यहाँ आपको यह भी बता देते है कि अभी जियो सिम की होम डिलीवरी मात्र जियो के पोस्टपेड ग्राहकों के लिए ही चल रही है, इसका मतलब है कि अगर आप प्रीपेड सिम लेना चाहते हैं तो आपको जियो की ओर से होम डिलीवरी नहीं की जायेगी, हालाँकि आप स्टोर पर जाकर इस सिम को प्राप्त कर सकते हैं। आइये अब जानते है कि आप कैसे अपने नंबर को जियो में पोर्ट कर सकते हैं।
अब एक Jio एक्जीक्यूटिव आपको नई सिम की डिलीवरी के लिए अपॉइंटमेंट लेने के लिए कॉल करेगा। आपको कॉल पर एमएनपी सुविधा के लिए उनसे पूछने और एक एसएमएस संदेश भेजकर अपने मोबाइल फोन से एक विशिष्ट पोर्टिंग कोड (यूपीसी) उत्पन्न करने की आवश्यकता है।
इसके लिए आपको अपने मोबाइल मैसेज में PORT लिखकर स्पेस के बाद अपना 10 अंकों का मोबाइल नंबर दर्ज करके इस 1900 पर भेजना होगा, जिसके बाद आपको एक कोड मिलने वाला है। यह कोड केवल चार दिनों (जम्मू और कश्मीर के मामले में 30 दिन) के लिए वैध होगा। आपको उस कोड को अपने पते और आईडी प्रूफ के साथ कार्यकारी स्थान पर जाकर साझा करना होगा।
किसी भी कारण अगर आप आधिकारिक जियो साईट पर नहीं जाना चाहते हैं तो एक अन्य तरीका भी है, जिसके माध्यम से आप अपने मौजूदा मोबाइल नंबर को बड़ी आसानी से जियो में पोर्ट कर सकते हैं, यह तरीका MyJio App के माध्यम से संपन्न होता है। आप मायजियो एप्प के माध्यम से भी अपने लिए एक सिम की बुकिंग कर सकते हैं, जो आपके घर तक पहुंचाई जाने वाली है।
अब आपको एक कॉल आने वाला है, जो आपको सिम की डिलीवरी के बारे में पूछेगा, आपको यहाँ MNP के लिए भी पूछना है। इसके अलावा आपको यह भी यहाँ भी बताना है कि आपको प्रीपेड कनेक्शन चाहिए या पोस्टपेड
अगर आप ऑनलाइन की प्रक्रिया में फंसना नहीं चाहते है तो आपको बता देते है कि आप अपने कोड को लेकर किसी भी नजदीकी जियो स्टोर पर जा सकते हैं, और यहाँ से अपने नंबर को पोर्ट करने के लिए कह सकते हैं।