ईवी टू-व्हीलर सेगमेंट में हीरो इलेक्ट्रिक ने पूरे जुलाई महीने में 8,952 वाहनों की बिक्री की। इसके बाद ओकिनावा ऑटोटेक ने इसी अवधि में 8,094 वाहनों की बिक्री की। नवीनतम वाहन डेटा से यह जानकारी मिली है।
इसके अलावा एथर एनर्जी ने जून में 3,829 वाहनों की बिक्री की तुलना में जुलाई के पूरे महीने में सिर्फ 1,279 ईवी दोपहिया वाहनों की बिक्री की। इसके बाद ओला इलेक्ट्रिक ने जून में बेचे गए 5,891 वाहनों की तुलना में केवल 3,852 वाहनों की बिक्री की। इन कंपनियों की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
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एम्पीयर व्हीकल्स प्राइवेट लिमिटेड, जिसने जून में 6,542 वाहन बेचे थे, ने पिछले महीने 6,312 वाहनों की बिक्री के साथ मामूली गिरावट दर्ज की।
उद्योग के विशेषज्ञों के अनुसार, ईवी दोपहिया वाहनों की बिक्री में गिरावट, हाल के दिनों में कई टू-व्हीलर्स की बैटरी में आग और विस्फोट की घटनाओं के आलोक में ईवी दोपहिया वाहनों की सुरक्षा को लेकर उपभोक्ताओं के बीच भय के कारण है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले महीने संसद को बताया था कि उन सभी ईवी दोपहिया कंपनियों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है, जिनके वाहनों में बैटरी की समस्या के कारण आग लग गई थी।
मंत्रालय ने बैटरी, बैटरी घटकों (कंपोनेंट्स) और संबंधित प्रणालियों के लिए सुरक्षा मानकों का सुझाव देने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया है।
उपलब्ध आग की घटनाओं की जानकारी के आधार पर, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने संबंधित इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माताओं के सीईओ और एमडी को कारण बताओ नोटिस जारी किया, ताकि उनके खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम की संबंधित धाराएं क्यों न लगाई जाएं?, इसका कारण बताया जाए।
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केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए), जो उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत आता है, ने इस सप्ताह कहा कि उसने बैटरी विस्फोट और आग की घटनाओं पर उपभोक्ताओं द्वारा उठाई गई कई शिकायतों के आलोक में चार से पांच ईवी दोपहिया निर्माताओं को नोटिस जारी किया।
सीसीपीए को ईवी दोपहिया खरीदारों से कई शिकायतें मिलीं थीं।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। डीआरडीओ की जांच में लगभग सभी इलेक्ट्रिक वाहनों में लगी आग में बैटरी सेल और बैटरी डिजाइन में खामियां सामने आई थीं।
(शीर्षक को छोड़कर, IANS का यह लेख अन-एडिटिड है)