इस छात्रवृत्ति से छात्रों को उन्नत शिक्षा पाठ्यक्रम तक पहुंच प्राप्त करने और आगे मोबाइल तथा वेब डेवलपमेंट, मशीन लर्निग, अगमेंटेंड और वर्चुअल रियलिटी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और क्लाउड प्लेटफार्म के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने में मदद करेगी.
उभरती हुई प्रौद्योगिकी के लिए भारतीय प्रतिभा को कौशलयुक्त बनाने की आवश्यकता को समझते हुए गूगल ने टेक्नॉलजी लर्निग प्लेटफार्म प्लुरलसाइट और शैक्षणिक संस्थान उडासिटी के साथ मिलकर शुक्रवार को एक नए छात्रवृत्ति कार्यक्रम की घोषणा की, जो देश के 1.3 लाख डेवलपरों और छात्रों को प्रशिक्षण प्राप्त करने में मदद करेगा. इस कार्यक्रम के तहत, गूगल प्लुरलसाइट प्रौद्योगिकी लर्निग प्लेटफार्म पर 1,00,000 छात्रवृत्ति और उडासिटी प्लेटफार्म पर 30,000 छात्रवृत्ति का वित्त पोषण करेगी.
इस छात्रवृत्ति से छात्रों को उन्नत शिक्षा पाठ्यक्रम तक पहुंच प्राप्त करने और आगे मोबाइल तथा वेब डेवलपमेंट, मशीन लर्निग, अगमेंटेंड और वर्चुअल रियलिटी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और क्लाउड प्लेटफार्म के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने में मदद करेगी.
गूगल के डेवलपर प्रॉडक्ट ग्रुप एंड स्किलिंग लीड फॉर इंडिया विलियम प्लोरेंस ने यहां संवाददाताओं से कहा, "नया छात्रवृत्ति कार्यक्रम गूगल के भारत में 20 लाख डेवलपर तैयार करने के लक्ष्य के अनुरूप है. इस देश में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा डेवलपर पारिस्थितिकी तंत्र है और 2021 तक यह अमेरिका को भी पीछे छोड़ देगा."
साल 2015 में गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचई ने कहा था कि वैश्विक इंटरनेट सर्च इंजन दिग्गज भारत में अगले तीन सालों में 20 लाख नए एंड्रायड डेवलपर्स को प्रशिक्षण देगी.