सोमवार को भारत में वर्चुअली आयोजित किए गए गूगल फॉर इंडिया इवेंट में टेक जायंट ने भारत में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए नई पहल की घोषणाएं की हैं। कंपनी देश भर में क्लासरूम्स को डिजिटाइज़ करने के लिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) के साथ साझेदारी कर रही है।
Google ने कहा कि यह सीबीएसई स्किल एजुकेशन और ट्रेनिंग के साथ 2020 तक भारत के 22,000 स्कूलों में एक मिलियन शिक्षकों तक इसे पहुंचाएगा।
कंपनी एजुकेशन के लिए G Suite, गूगल क्लासरूम, यूट्यूब आदि सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराएगा। एजुकेशन के लिए G Suite में गूगल के आम टूल्स जैसे गूगल डॉक्स, शीट्स आदि शामिल हैं। इस पर शिक्षक अपने स्टूडेंट्स को असाइन्मेंट्स दे सकते हैं और गूगल फॉर्म्स का उपयोग कर सकते हैं।
कंपनी ग्लोबल डिस्टेंस लर्निंग फंड के माध्यम से कैवल्य एजुकेशन फाउंडेशन (KEF) को $ 1 मिलियन का अनुदान भी देगी, जिसका उद्देश्य Google.org का हिस्सा है, इसका उद्देश्य शिक्षकों को देश में छात्रों को वर्चुअल शिक्षा प्रदान करना है। Google का कहना है कि यह पहल घर से वर्चुअल शिक्षा और सीखने के लिए अगले वर्ष 700,000 शिक्षकों को "सशक्त" बनाती है।
Google ने भारतीय डिजिटल इकॉनमी को गति से बढ़ाने के लिए Rs 75,000 करोड़ के फंड की घोषणा की है। कंपनी के चीफ एक्ज़ेक्यूटिव ऑफिसर Sundar Pichai ने आज के इवेंट में इसका ऐलान किया और बताया, “हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का समर्थन करने पर गर्व है।” एक ग्रोथ मार्केट के लिए सबसे बड़ी कमिटमेंट देते हुए टेक जायंट ने कहा, कि फंड का इस्तेमाल अगले पांच से सात वर्षों में इक्विटि इंवेस्टमेंट और टाई-अप्स में किया जाएगा।