अब गूगल ग्लास बताएगा किस बिमारी से पीड़ित हैं आप
बताया जा रहा है कि गूगल अपने गूगल ग्लास को पहले से बेहतर बनाने के लिए इसके नए वर्ज़न पर काम कर रहा है.
दुनिया भर का सबसे प्रसिद्द सर्च इंजन गूगल अपने गूगल ग्लास को और अधिक बेहतर बनाने और उसमें सुधार करने के लिए इसके नए वर्ज़न पर बड़ी जोर शोर से काम कर रहा है. इसके साथ साथ खबरों के माध्यम के हवाले से यह भी कहा जा सकता है कि गूगल गूगल स्मार्ट कांटेक्ट लेंस भी विकसित करने में बड़ी तन्मयता से काम कर रहा है. और खबरों के माध्यम से यह भी सामने आया है कि अगर यह प्रणाली विकसित हो जाती है तो यह आपके आंसुओं का विशलेषण करके आपके शरीर में मधुमेह (जो लोग इससे पीड़ित हैं) के शरीर में ग्लूकोज़ के स्तर को मापेगा. और आपको इसकी सही और सटीक जानकारी प्रदान करेगा. बताया जा रहा है कि यह 2019 तक बाज़ारों में उपलब्ध हो जाएगा. इसके बाद आसानी से आपके आंसुओं के माध्यम से शरीर में मौजूद कई बीमारियों का पता आसानी से चल पायेगा. यहाँ आप जान सकते हैं आपके बजट में आने वाले स्मार्टफोंस के बारे में.
इसके साथ ही कुछ खबरों में तो यह भी कहा जा रहा है कि, गूगल ने हाल ही में एक पेटेंट एप्लीकेशन दायर की है जिसमें स्मार्ट कांटेक्ट लेंस का संभावित डिजाइन दिखाया गया है. बता दें कि इन लेंस के बाज़ार में आ जाने के बाद आपके शरीर शुगर की जांच करने के लिए खून देने की जरुरत नहीं पड़ेगी, इसके लिए आपके आंसूं ही काम आ जायेंगे. इसके लिए खून की नहीं आपके आंसू की जरुरत पड़ेगी, और बस एक आंसू की बूंद से ही यह बताया जा सकेगा कि आपके शरीर में ग्लूकोज़ का क्या स्तर है. यहाँ जानें लेनोवो K3 नोट के बारे में.
बता दें कि गूगल हर क्षेत्र में कुछ न कुछ करता ही जा रहा है. हाल ही में गूगल ने गूगल न्यूज़ लैब की घोषणा की थी, और जैसा कि हम पहले भी कह चुकें है और यह बात सबके सामने भी है कि इस न्यूज़ लैब को गूगल ने पत्रकारों की स्किल्स को बढाने के लिए लॉन्च किया है, साथ ही आपको बता दें कि इस लैब के साथ आपको ऐसे कई टूल्स भी मिल रहे हैं जो आपको न्यूज़रूम में काफी काम आने वाले हैं. इसके माध्यम से आप अपनी रिपोर्टिंग और लेखन के हुनर में और इअजफा कर सकते हैं, इसके माध्यम से आप अपनी किसी भी स्टोरी को और प्रभावी बना सकते हैं. इस लैब के बारे में बतात्ते हुए लैब के डायरेक्टर स्टीव ग्रूव कहते हैं कि, “पत्रकार अगर इस तकनीकी का सही प्रकार से इस्तेमाल करें तो उनकी रिपोर्टिंग में यह काफी बेहतर साबित हो सकती है, एक बढ़िया टूल की तरह काम कर सकती है. इस लैब के माध्यम से दुनिया का कोई भी पत्रकार अपनी स्किल में नयापन लाकर एक जबरदस्त न्यूज़ तैयार कर सकता है, एक शानदार न्यूज़ को तैयार का सकता है, इसके साथ साथ उसकी रिपोर्टिंग स्किल में भी नयापन आने वाला है.” इसके साथ ही ग्रूव आगे कहते हैं कि, “इस लैब के लिए मीडिया और टेक्नोलॉजी का साथ खड़ा होना बेहद जरुरी है. अगर यह दोनों मिलकर सही प्रकार से काम करते हैं तो हम लोगों तक सही और असरदार खबर पहुंचा पायेंगे. इस न्यूज लैब को यूके, ब्रिटेन, जर्मनी और फ़्रांस आदि की टीमों ने मिलकर बनाया है.