प्रधानमंत्री मोदी का नाम अपराधियों की फेहरिस्त में दिखने पर गूगल ने माफ़ी मांगी, और कहा कि यह गलती से हो गया, गूगल का ऐसा करने के पीछे कोई गलत विचार नहीं था. गूगल ने इस बात को लेकर माफ़ी तो मांग ली है पर नाम अभी भी वहीँ बना हुआ है.
अगर आप गूगल पर दुनिया के सबसे खूंखार अपराधियों की खोज कर रहे हैं तो आपको कुछ नाम ऐसे मिलेंगे जो वहां मिलना स्वाभाविक है. जैसे दाऊद इब्राहिम, ओसामा बिन लादेन, अल-जवाहरी आदि। लेकिन, जब आप अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम इस लिस्ट में देखेंगे को आपका पहला रिएक्शन क्या होगा… अरे ये क्या… हमने सही कहा न! ऐसा ही कुछ हुआ है, और जब नज़र यहाँ गई है तो सबकी आँखें खुली की खुली रह गई है, सभी यह कह रहे हैं कि यह क्या हो गया है. इसे लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके कहा कि यह शर्मनाक है, इसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है. इसके अलावा सभी इसकी निंदा कर रहे हैं. सभी को ऐसा देखकर हैरानी है कि आखिर गूगल इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकता है, हालाँकि गूगल ने इसे लेकर माफ़ी जरुर मांग ली है, पर मोदी का नाम अभी भी उस लिस्ट में ज्यों का त्यों बना हुआ है.
इसे लेकर गूगल ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि ब्रिटिश डेली ने मोदी का नाम एक गलत मेटाडाटा प्रकाशित किया हुआ था. गूगल ने इसके साथ ही यह भी कहा कि विभिन्न और मल्टिप्ल न्यूज़ आर्टिकल्स के रिजल्ट दिखा रहा है जिसमें उन नेताओं को भी लिया गया है जिनका आपराधिक बैकग्राउंड है. हालाँकि गूगल ने यह भी कहा कि किसी भी आर्टिकल में मोदी के बारे में कुछ ऐसा नहीं किखा है. इस लिस्ट में मोदी की तस्वीर दाउद इब्राहीम, हाफिज़ सईद, सक़लैन अल-कदा के चीफ ओसामा बिन लादेन और अयमान अल-ज़वाहिरी के साथ साथ बिल गेट्स और दिल्ली के चीफ मिनिस्टर अरविन्द केजरीवाल के साथ दिखाई दे रही है, इसके साथ ही गूगल की इस फेहरिस्त में कई और नाम भी है. इसे लेकर मोदी के हजारों समर्थकों का गुस्सा फुट पड़ा है और उन्होंने इसकी निंदा की है. इसके साथ ही गूगल ने इस गुस्से को देखकर माफ़ी भी मांग ली है.
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