Google Rs 75,000 करोड़ फंड को इन 4 सैक्टर में करेगा इन्वेस्ट

Updated on 13-Jul-2020
HIGHLIGHTS

गूगल ने भारतीय डिजिटल इकॉनमी के लिए किया Rs 75,000 करोड़ देने का ऐलान

गूगल 5 से 7 साल के लिए भारत में डिजिटाइज़ेशन के लिए फंड करेगा इन्वेस्ट

Sundar Pichai ने गूगल फॉर इंडिया 2020 में की घोषणा

Google ने भारतीय डिजिटल इकॉनमी को गति से बढ़ाने के लिए Rs 75,000 करोड़ के फंड की घोषणा की है। कंपनी के चीफ एक्ज़ेक्यूटिव ऑफिसर Sundar Pichai ने आज के इवेंट में इसका ऐलान किया और बताया, “हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का समर्थन करने पर गर्व है।”

एक ग्रोथ मार्केट के लिए सबसे बड़ी कमिटमेंट देते हुए टेक जायंट ने कहा, कि फंड का इस्तेमाल अगले पांच से सात वर्षों में इक्विटि इंवेस्टमेंट और टाई-अप्स में किया जाएगा।

Sundar Pichai ने के ट्वीट में लिखा, “आज #GoogleForIndia पर हमने भारतीय डिजिटल इकॉनमी को गति देने के लिए नया $10B डिजिटाइज़ेशन फंड देने का ऐलान किया है। हम गर्व से प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इंडिया के विजन को सपोर्ट करते हैं।

https://twitter.com/sundarpichai/status/1282598821504016386?ref_src=twsrc%5Etfw

Mr Pichai ने 'Google for India' इवेंट के वेबकास्ट में बताया, यह भारत के भविष्य और इसकी डिजिटल इकॉनमी में हमारे विश्वास का रिफ्लेक्शन है।

Google भारत में इन चार जगह करेगा Rs 75,000 करोड़ इंवेस्ट

पहला: हर एक जानकारी और एक्सेस सभी भारतीय यूज़र्स को उनकी भाषा में मिले, जैसे हिन्दी, तमिल, पंजाबी या अन्य क्षेत्रीय भाषाएं…हम पिछले कुछ सालों से देख रहे हैं कि Google क्षेत्रीय भाषाओं पर अधिक ध्यान दे रहा है जिससे सभी यूज़र्स को सही जानकारी आसान तरीके से प्राप्त हो सके। इसके परिणामस्वरूप, भाषा के आधार पर लोगों के लिए काम के अवसर भी बढ़ते हैं, चाहे वे यूट्यूब पर अपनी अलग-अलग भाषा में चैनल्स बना कर लोगों तक खबरें और जानकारी पहुंचा कर पैसा कमाना हो या फिर गूगल पर हर भाषा की हर विषय के बारे में वैबसाइट्स का होना। देखना होगा कि आने वाले समय में लोगों को और कितने बेहतर अवसर मिलने वाले हैं।

https://twitter.com/GoogleIndia/status/1282605200776163328?ref_src=twsrc%5Etfw

दूसरा: ऐसे नए प्रोडक्टस और सेवायें मुहैया कराना जो भारतीय लोगों और उनकी जरूरतों पर आधारित हों। उदाहरण के लिए, गूगल नेस्ट और गूगल असिस्टेंट आदि पर हमें आने वाले समय में और भी अधिक भारतीय भाषाएं मिल सकती हैं। और ऐसे अन्य प्रोडक्टस भी पेश किए जा सकते हैं।

तीसरा: व्यवसायों को सशक्त बनाने पर और अधिक काम करा जाएगा। आज से करीब चार साल पहले भारत के छोटे व्यवस्याओं में से केवल एक तिहाई लोग ही ऑनलाइन थे लेकिन अब 26 मिलियन SMBs (small और मिडसाइज़ व्यवसाय) सर्च और मैप्स पर हैं।

चौथा: समाज कल्याण जैसे कामों उदाहरण के लिए, स्वास्थ्य, शिक्षा या कृषि आदि के लिए तकनीक और AI के लाभ को फैलाया जाएगा, जिससे लोगों को तकनीकी का सही और सम्पूर्ण लाभ प्राप्त हो सके।

Aafreen Chaudhary

Enjoying writing since 2017...

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