गूगल ने भारत में अपने पहले अधिग्रहण को अंजाम दिया है। आपको बता दें कि गूगल की ओर से बंगलौर आधारित स्टार्टअप Where Is My Train को अपने अंतर्गत कर लिया है। इस एप्प के माध्यम से आपको ट्रेन से जुड़े अपडेट मिलते थे, इस एप्प में आपको इंटरनेट और GPS की भी जरूरत नहीं है।
आपको बता दें कि एक पोस्ट में वेयर इस माय ट्रेन की Sigmoid Labs Team ने ऐसा लिखा है कि वह गूगल को ज्वाइन करने वाले हैं। आपको बता दें कि इस एप्प का निर्माण US आधारित एक तकनीकी-मनोरंजन कंपनी Tivo कारपोरेशन के पांच एग्जीक्यूटिव्स ने किया है। इसमें अहमद निज़ाम मोहिदीन, मिनाक्षी सुन्दरम, बालासुब्रमनियम राजेंद्रन और शशि कुमार वेंकटरमण शामिल हैं।
इनके अनुसार, “हमारे मिशन को बढ़ाने के लिए इससे अच्छा प्लेटफार्म नहीं हो सकता था, हम गूगल के को ज्वाइन करके काफी खुश हैं।”
आपको बता दें कि वेयर इस माय ट्रेन एप्प को लगभग 10 मिलियन डाउनलोड अभी तक मिल चुके हैं। इसके द्वारा सेल टावर्स से जानकारी मुहैया कराई जाती है। आपको बता देते हैं कि एप्प में न तो इंटरनेट और न ही GPS का इस्तेमाल ट्रेल के रियल टाइम के लिए किया जाता है। यह एप्प यूजर्स को उनके सोर्स और डेस्टिनेशन को एप्प में सेलेक्ट करने के बाद ट्रेन को भी सेलेक्ट करने में मदद करता है। यह सेवा अभी के लिए अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओँ में उपलब्ध है।
वेयर इस माय ट्रेन एप्प के माध्यम से लाखों ट्रेन से यात्रा करने वाले यूजर्स के जीवन को सुगम बनाने का है। जैसा कि हम जानते हैं कि भारत का रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। इसकी कुल लम्बाई 67,368 किलोमीटर की है। यह आंकड़े 2016-17 के हैं।