हाल ही में बेंगलुरु स्थित एक लैब ने एक ऐसा चिपसेट तैयार किया है जिससे जल्द ही यूज़र्स को कॉल ड्राप की समस्या से छुटकारा मिल पायेगा। इस चिपसेट को Pruthvi-3 नाम दिया गया है। अमेरिका से इस चिपसेट के 5 million units के आर्डर देश को मिले हैं।
ख़ास बातें:
- अमेरिका से मिले 5 million units के आर्डर
- ये है दुनिया का सबसे एडवांस चिपसेट
- बेंगलुरु में तैयार किया गया 5G chipset
वैसे अभी तक सभी इलेक्ट्रॉनिक चिपसेट को विदेशी कंपनियों ने ही तैयार किया है लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत की एक कंपनी ने एक ऐसा चिपसेट तैयार किया है जो यूज़र्स को राहत दे सकता है। दरअसल बेंगलुरु की 'सांख्य लैब्स' कंपनी ने हाल ही में एक electronic chipset तैयार किया है जो मोबाइल डिवाइस पर direct TV broadcast सर्विस के साथ call drops की समस्या से भी यूज़र्स को निजात दिला सकता है। इसके साथ ही इसका इस्तेमाल 5G कनेक्शन के लिए भी किया जा सकता है। इस चिपसेट का नाम Pruthvi-3 है जो कि एक 5G chipset है। कंपनी के मुताबिक यह दुनिया का पहला और सबसे एडवांस multi-standard next generation 'system-on-chip' (SoC)है।
अभी तक मॉडर्न डिवाइस का हार्ट बताये जाने वाले सभी इलेक्ट्रॉनिक चिपसेट्स को बहार की कंपनियां ही बनाती थीं जिनमें Intel, AMD, Samsung, Qualcomm और MediaTek शामिल हैं। UPA के तहत पिछली सरकार ने 2015 तक इस तरह के चिपसेट को लॉन्च करने का ज़िक्र किया था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
आपको बता दें कि Telecom Minister Manoj Sinha ने इस चिपसेट का खुलासा करते हुए कहा, "बेंगलुरु स्थित कंपनी सांख्य लैब्स ने देश में डिजाइन किया गया और विकसित दुनिया का पहला और सबसे उन्नत और अगली पीढ़ी का टीवी चिप पेश किया है।" कंपनी ने यह जानकारी भी दी है कि सांख्य लैब्स के चिपसेट दक्षिण कोरिया में भी सैमसंग के कारखाने में भी तैयार किए जा रहे हैं।
Previledged to launch "Pruthvi-3", convergence chipsets for mobile and broadcasting, developed by Saankhya Labs and delivered key note address on this occasion pic.twitter.com/ZmoxFNzlHE
— Manoj Sinha (@manojsinhabjp) December 27, 2018
Saankhya Labs के co-founder और Chief Executive Officer Parag Naik का कहना है कि इस फिनांशियल ईयर $15 million यानी लगभग 98 से लेकर 105 करोड़ रुपए तक के सेल्स की उम्मीद की जा रही है। Parag Naik ने कहा कि यह चिपसेट मोबाइल नेटवर्क के वीडियो कंटेंट को अलग करने में मदद करेगा। इसके साथ ही स्पेक्ट्रम पर दबाव भी कम होगा और कॉल्स की क्वालिटी में भी सुधार आएगा। इस चिपसेट के ज़रिये Android स्मार्टफोन को satellite फ़ोन के रूप में बदला जा सकता है।