दुनिया भर में सबसे प्रसिद्द सर्च इंजन गूगल अपने ऑपरेटिंग सिस्टम को और अधिक सुरक्षा प्रदान करना चाहता है, इसी के चलते उसने “सिक्यूरिटी रिवॉर्ड प्रोग्राम” अभियान भी लॉन्च किया है. इस अभियान में गूगल द्वारा यह घोषणा की गई है कि जो भी उसके ऑपरेटिंग सिस्टम में बग्स तलाश करके उन्हें नष्ट करेगा यहाँ कहा जस सकता है कि उन्हें फिक्स करेगा उन लोगों को इनाम दिया जाएगा. इस अभियान के पीछे गूगल की एक सोच लगती है कि बड़ी आसानी से उसके ऑपरेटिंग सिस्टम में बग तलाश कर लिए जायेंगे और उन्हें दूसरों के द्वारा ही फिक्स भी कर दिया जाएगा, इसमें गूगल को ज्यादा मेहनत नहीं करनी होगी, वह तो इसके लिए महज़ उन लोगों को पुरुस्कार स्वरुप बड़ी रकम देने वाला है. यह रकम इस प्रकार हो सकती है. यहाँ पढ़ें हमारे 4K से 5K के बीच आने वाले बढ़िया स्मार्टफोंस के बारे में.
जो शोधकर्ता या डेवेलेपर या यूजर्स क्रिटिकल बग्स को हटाएंगे उन्हें 2,000 डॉलर की राशि उपहार स्वरुप दी जायेगी, इसके साथ ही जो हाई बग्स हटाएंगे उन्हें 1,000 डॉलर की राशि मिलेगी, इसके साथ साथ जो मॉडरेट बग्स हटाएंगे उन्हें 500 डॉलर की राशि से सम्मानित किया जाएगा.
गूगल ने आगे कहा कि जो भी शोधकर्ता या डेवेलेपर हमारे प्रोडक्ट्स और अन्य सेवाओं के साथ प्रसिद्द मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्राइड में कमियाँ (बग्स) तलाश करके उन्हें नष्ट (फिक्स) करेगा, उन लोगों को हमारी ओर से सम्मानित किया जाएगा. गूगल ने इस अभियान की घोषणा अपने ब्लॉग के माध्यम से की है. यहाँ गूगल ने लिखा है कि, “हम अपने इस अभियान का विस्तार कर रहे हैं. जिसमें उन शोधकर्ताओं को शामिल किया गया है जो एंड्रायड पर आने वाली समस्याओं और बग्स का पता लगाकर उनका हल निकाल सकें.” इसके आगे गूगल ने कहा कि यह अभियान, नेक्सस डिवाइसेज के साथ शुरू की जाएगी जो अभी केवल अमेरिका में गूगल प्ले के जरिए सेल पर उपलब्ध है. इसके बात इसे बाकी देशों और डिवाइसेस पर भी अजमाया जाएगा. बताया जा रहा है कि सुरक्षा को बेहतर बनाने के उद्देश्य से सिक्योरिटी रिवार्ड प्रोग्राम लांच किया गया है. क्या आप जानते हैं दुनिया के सबसे पतले स्मार्टफ़ोन स्लिवर 5 के बारे में? यहाँ जानें
बता दें कि अभी कुछ समय पहले गूगल ने एंड्राइड का नया वर्ज़न एंड्राइड M भी लॉन्च किया है जो इस मुद्दे को लेकर काफी सतर्क है, वह आपकी सुरक्षा के साथ साथ आपकी बैटरी का भी ख़याल रखता है. एंड्राइड M में आपको बढ़िया प्राइवेसी सेटिंग मिलेगी. इसके साथ ही यूजर्स को किसी ऐप में एक्सेस करने में स्वतंत्रता मिलेगी, जो अब तक उसे नहीं मिलती है. अबी तक यूजर्स के सामने एक बड़ी लिस्ट होती है जिनके लिए उन्हें हाँ ही करना होता है, तभी आप किसी ऐप को डाउनलोड कर पाते हैं. कुछ रिपोर्ट्स के माध्यम से कहा गया है कि एंड्राइड M आपको इस बात की भी स्वतंत्रता देता है कि आपको अपनी जानकारी शेयर करनी है या नहीं, यह आप पर निर्भर होगा. यह साइनोजेनमोड, MIUI और Amigo यूआई की तरह ही काम करता है. और इस तरह की स्वतंत्रता देते हैं. इसके साथ साथ साइनोजेनमोड आपको एन्क्रिप्शन की सुविधा भी आपको देता है. इसके माध्यम से आपकी प्राइवेसी को किसी तरह का ख़तरा नहीं होता है. पूरी खबर यहाँ पढ़ें.