फेसबुक और ट्विटर ब्रिटिश अधिकारियों के साथ ब्रेक्सिट पर रूस के हस्तक्षेप का ब्योरा साझा करने पर सहमत हो गए हैं. 'द गार्जियन' की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक और ट्विटर अपने पोस्ट्स को हाउस ऑफ कॉमन्स मीडिया निगरानी समूह के साथ साझा करेंगे.
रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक ने कहा कि दिसंबर के प्रारंभ में जवाब दिया जाएगा, जबकि ट्विटर ने कहा है कि वह आने वाले सप्ताह में इन जानकारियों को साझा करने को इच्छुक है.
रिपोर्ट में संसद की डिजिटल, कल्चर, मीडिया एंड स्पोर्ट्स कमेटी के अध्यक्ष डेमियन कोलेंस के हवाले से बताया गया है कि यह जानकारी ब्रिटेन को यह समझने में बेहतर नजरिया प्रदान करेगी कि क्या रूस ने यूरोपीय संघ से अलग होने वाले मतदान को प्रभावित करने की कोशिश की थी.
इससे पहले नवंबर में डेटा वैज्ञानिकों के एक समूह ने ट्विटर पर 1,56252 रूसी खातों का पता लगाया था, जिसमें हैश ब्रेक्सिट का उल्लेख था और इनसे वोट के 48 घंटों के अंदर ईयू के जनमत संग्रह से संबंधित लगभग 45,000 संदेश पोस्ट हुए थे.
अमेरिका में फेसबुक, ट्विटर और गूगल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूसी राजनीतिक विज्ञापनों, ट्वीट्स और पोस्ट्स की मौजूदगी की जानकारी देने के बाद से फर्जी खबरों की गहनता से छानबीन कर रहा है.
क्रेमलिन से जुड़े रूसी संगठनों ने सोशल मीडिया पर 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान एक लाख डॉलर के विज्ञापन खरीदे थे.
वहीं, ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने भी रूस पर चुनाव में दखल और फर्जी कहानियां गढ़ने का आरोप लगाया था.