Elon Musk के दिमाग में लगेगी ये चिप? देखें फिर क्या होगा

Elon Musk के दिमाग में लगेगी ये चिप? देखें फिर क्या होगा
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Neuralink डिवाइस अगले छह महीनों में ह्यूमन ट्रायल के लिए पूरी तरह से तैयार होगा।

कहा जा रहा है कि Neuralink डिवाइस इन्सानों पर टेस्टिंग के लिए बिल्कुल तैयार है।

मस्क ने 2019 में बताया था कि वे 2020 के आखिर तक regulatory अप्रूवल लेने का लक्ष्य बना रहे हैं।

निया के सबसे अमीर इंसान Elon Musk ने बीते कल यह जानकारी दी कि, Neuralink डिवाइस अगले छह महीनों में ह्यूमन ट्रायल के लिए पूरी तरह से तैयार होगा, जिसका सबसे पहला फोकस विज़न रीस्टोरिंग होगा।

Musk की Neuralink कंपनी एक ब्रेन चिप इंटरफेस बना रही है जिससे विकलांग मरीजों को फिर से मूव करने और बातचीत करने में मदद मिलेगी।

Musk ने ट्विटर के माध्यम से यह पुष्टि की है कि कंपनी Neuralink device के बारे में कॉन्फिडेंट है और कहा जा रहा है कि यह डिवाइस इन्सानों पर टेस्टिंग के लिए बिल्कुल तैयार है।

कंपनी का एक इवैंट देखने के बाद, ट्विटर के नए CEO ने एक पोस्ट में बताया कि “अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि Neuralink डिवाइस इंसानों पर ट्रायल के लिए तैयार है, इसलिए अभी FDA-अप्रूवल प्रोसेस पर काम चल रहा है।“

इंसानों पर इस डिवाइस का क्लिनिकल ट्रायल शुरू करने के लिए U.S. regulatory की ओर से अप्रूवल के लिए इंतेजार किया जा रहा है। तब तक के लिए कंपनी कई सारे जानवरों पर इसकी टेस्टिंग कर रही है।

Musk ने जनता के काफी इंतेजार के बाद डिवाइस के बारे में यह खबर दी कि, “हम इस बारे में पूरी तरह से केयरफुल रहकर काम करना चाहते हैं कि यह चिप इंसानों में ठीक तरह से काम करेगा और हमने अभी तक अपना अधिकतर पेपरवर्क FDA को सबमिट कर दिया है और अब लगभग छह महीनों के अंदर हम Neuralink एक ह्यूमन में अपलोड करने के लिए सक्षम होंगे।“

यह इवैंट असल में 31 अक्टूबर के लिए प्लैन किया गया था जो कि मस्क ने कुछ दिन पहले ही बिना कोई कारण दिए पोस्टपोन कर दिया था।

Neuralink की पिछली प्रेजेंटेशन एक साल से भी पहले हुई थी जिसमें एक बंदर के ब्रेन में चिप लगाई गई थी और चिप लगाने के बाद वह अपनी सोच के अनुसार एक कंप्यूटर गेम खेल रहा था।

Musk अपने बुलंद लक्ष्यों के लिए जाने जाते हैं जैसे कि मार्स को कोलोनाइज करके इंसानियत को बचाना। Neuralink, जो कि 2016 में लॉन्च किया गया था, इसके लिए भी मस्क के ऐम्बिशंस उतने ही बड़े पैमाने पर हैं। वे एक ऐसी चिप बनाना चाहते हैं जो ब्रेन में सेट करने के बाद कॉम्प्लेक्स इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ को पूरी तरह से कंट्रोल कर सके।

Neuralink अपने शेड्यूल से थोड़ा पीछे चल रहा है। मस्क ने 2019 में बताया था कि वे 2020 के आखिर तक regulatory अप्रूवल लेने का लक्ष्य बना रहे हैं। इसके बाद 2021 के आखिर में एक कॉन्फ्रेंस में उन्होने कहा कि वे इस साल चिप का ह्यूमन ट्रायल शुरू कर सकते हैं। 

अश्वनी कुमार

अश्वनी कुमार

अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी में पिछले 7 सालों से काम कर रहे हैं! वर्तमान में अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी के साथ सहायक-संपादक के तौर पर काम कर रहे हैं। View Full Profile

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