अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने अपने आर्टेमिस-1 मिशन की लॉन्चिंग को फिर से स्थगित कर दिया है। दो बार असफल होने के कारणों का वैज्ञानिक अब उसका विकल्प ढूंढ रहे हैं। इस बीच टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क रविवार को इस मिशन के लिए एक सुझाव लेकर आए, जो दशकों बाद अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा की सतह पर उतारेगा। दरअसल, शनिवार को वैज्ञानिकों को लॉन्च से कुछ घंटे पहले ही स्पेस लॉन्च सिस्टम (एसएलएस) रॉकेट में फ्यूल लीकेज का पता चला है। जिसके चलते रॉकेट की लॉन्चिंग टाली गई।
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एआरएस टेक्निका के एरिक बर्जर के अनुसार, मस्क ने कहा कि "रैप्टर डिजाइन एच2 (हाइड्रोजन) का उपयोग करके शुरू हुआ, लेकिन सीएच 4 (हाइड्रोजन) में बदल गया। मेरी राय में बाद वाला उच्च दक्षता और संचालन में आसानी का सबसे अच्छा संयोजन है।"
मस्क ने कहा, "एच2 और सीएच4 के बीच डेल्टा-5 अंतर अधिकांश मिशनों के लिए पर्याप्त नहीं है, क्योंकि सीएच4 टैंक बहुत छोटा है और किसी इन्सुलेशन की जरूरत नहीं है।"
डेल्टा-5 वेलोसिटी का अंतर है, जो एक रॉकेट इंजन विशिष्ट आवेग और वाहन के द्रव्यमान में भिन्नता के कार्य के रूप में अंतरिक्ष यान पर लगा सकता है।
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मस्क के अनुसार, मंगल पर सीएच4 (मीथेन) का उत्पादन करना आसान है और लॉन्च मिशन के लिए 'बहुत महत्वपूर्ण' है। स्पेसएक्स लिक्विड मीथेन और हाइड्रोजन को फ्यूल के रूप में उपयोग करने वाली पहली कंपनियों में से एक है।
आने वाले दिनों में नासा तीसरी बार आर्टेमिस-1 मिशन को लॉन्च करने की कोशिश कर सकता है।