आप जानते हैं कि जो लोग अपना कार बीमा इसकी पॉलिसी एक्सपायर होने के 4 दिन पहले रिन्यू कराते हैं, उनके द्वारा नुकसान के लिए क्लेम करने की संभावना कम होती है।
आप जानते हैं कि जो लोग अपना कार बीमा इसकी पॉलिसी एक्सपायर होने के 4 दिन पहले रिन्यू कराते हैं, उनके द्वारा नुकसान के लिए क्लेम करने की संभावना कम होती है। जबकि, जो लोग अंतिम समय में पॉलिसी रिन्यु कराते हैं, उनके साथ यह संभावना अधिक होती है। इसी प्रकार, डीजल या सीएनजी वाहन का प्रयोग करने वालों की तुलना में पेट्रोल कार चलाने वाले ग्राहकों द्वारा बीमा क्लेम की संभावना कम होती है।
यह महत्वपूर्ण तथ्य भारत में डिजिटल कार बीमा ग्राहकों के व्यवहार पर बीमा उद्योग की सबसे पहली रिपोर्ट में सामने आए हैं। यह रिपोर्ट पॉलिसीबाजारडॉटकॉम के 'प्रोडक्ट एंड इनोवेशन सेंटर' द्वारा तैयार की गई है।
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कंपनी ने एक बयान में कहा कि यह रिपोर्ट करीब 3 लाख डिजिटल ग्राहकों के व्यवहार का विश्लेषण करने के बाद तैयार की गई है। भारत में कार बीमा प्रीमियम कैसे तय किये जा सकते हैं, यह रिपोर्ट इसी विषय पर एक गंभीर चर्चा शुरू करने पर केंद्रित है।
बयान में बताया गया कि यह रिपोर्ट विभिन्न मानदंडों पर डिजिटल कार बीमा ग्राहकों के नुकसान संबंधी व्यवहार का आंकलन करती है। जैसे क्षेत्र, कार का ब्रांड, ग्राहक द्वारा जारी रखी गई एनसीबी यानि नो क्लेम बोनस की राशि, ईंधन प्रकार, कार के प्रकार और वाहन की आयु आदि। अधिक महत्वपूर्ण यह है कि रिपोर्ट में ऐसे नुकसानों के साथ ग्राहक के डिजिटल व्यवहार का संबंध भी जोड़ा गया है। जैसे कि ग्राहक अपनी पॉलिसी एक्सपायर होने के कितने दिन पहले रिन्यु कराता है और साथ ही क्या पॉलिसी खरीदते वक्त उसे कोई सहायता की जरूरत पड़ी थी।
पॉलिसीबाजारडॉटकॉम के निदेशक तरुण माथुरने कहा, "भारत में, कार बीमा पॉलिसी की कीमत ड्राइवर के आधार पर नहीं, बल्कि वाहन और क्षेत्र के अनुसार तय होती है। परिणामस्वरूप, अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के ड्राइवरों के लिए कीमतें एक समान होती हैं। पॉलिसीबाजारडॉटकॉम से कार बीमा खरीदने वाले लगभग 3 लाख ग्राहकों के व्यवहार का अध्ययन करने के बाद, हम उनके क्लेम के पैटर्न और भविष्य में उनके द्वारा क्लेम किए जाने की संभावना जान पाए हैं। इस रिपोर्ट में क्लेम और ग्राहकों के डिजिटल खरीदारी व्यवहार के बीच मजबूत संबंध का खुलासा हुआ है।"
उन्होंने कहा, "एक कंपनी के रूप में, हम अपनी सहयोगी कंपनियों को उनके ग्राहकों के लिए फायदेमंद प्रोडक्ट बनाकर पेश करने में मदद करते हैं। इस रिपोर्ट के परिणाम ग्राहकों की खरीदारी व्यवहार के आधार पर, उन्हें अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित करने में हमारी सहयोगी कंपनियों के लिए मददगार होंगे। साथ ही उन्हें एक लाभदायक एवं स्थायी कारोबार बनाने में सहायता भी करेंगे।"
पॉलिसीबाजारडॉटकॉम के प्रमुख (उत्पाद और नवाचार केंद्र) वैद्यनाथन रमनी ने कहा, "विकसित बाजारों में कार बीमा के ग्राहकों को कार के विवरण के अलावा विभिन्न व्यक्तिगत संकेतों के आधार पर कीमतें पेश की जाती हैं। भारत में मौजूदा प्राइसिंग मॉडल बिक्री चैनल तथा अन्य खचरें को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है। हमारा मानना है कि यह रिपोर्ट और इससे जुड़े हमारे प्रयासों से बाजार को व्यक्तिगत कीमतें प्रदान करने की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी।"
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रिपोर्ट के परिणामों के मुताबिक, ऑनलाइन कार बीमा उद्योग (सिर्फ स्वयं किए गए नुकसान की श्रेणी में) लगभग 76 प्रतिशत नुकसान अनुपात पर चल रहा है। लंबी अवधि में, यह रिपोर्ट मोटर बीमा कंपनियों को भारत में व्यक्तिगत ग्राहकों का व्यवहार समझने और उसे अपनी कीमतों के निर्धारण में शामिल करने हेतु मदद करने का उद्देश्य रखती है। इससे आगे चलकर बेहतर उत्पाद पेश किए जा सकेंगे और बीमा कंपनियों को नई व्यावसायिक योजनाएं और रणनीतियां अपनाने में मदद मिलेगी।