ओएस मोबाइल निर्माता साइनोजेन अगले टीम महीने में भारत में अपना ऑफिस तैयार कर लेगा. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मद्देनज़र कहा जा सकता है कि कंपनी भारत में छोटी छोटी कम्पनियों को खरीदने में लगभग 80 मिलियन डोलार का निवेश करने की योजना बना रही है. कम्पनी भारत में अपनी टीम दिल्ली या बंगलोरे में गठित करेगी और इसके शुरुआत में लगभग 50 कर्मचारी इसमें काम करेंगे.
इसके साथ ही कुछ खबरों के माध्यम से सामने आ रहा है कि साइनोजेन अपने एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम को देशी रूप देने के लिए कुछ और लोगों की चुनेगी. इसके साथ ही देश में क्वालिटी टेस्टिंग और आश्वाशन को भी अपने नए बेस में शामिल करेगी.सीनियर वाईस-प्रेसिडेंट ऑफ़ ग्लोबल पार्टनरशिप और डिस्ट्रीब्यूशन ऐट साइनोजेन, विक्रम नटराजन ने कहा, “भारत काफी बढ़िया है. आजकल भारत बढ़ते मोबाइल बाज़ारों में से एक है. और यहाँ तेज़ी से इस व्यापार बढ़ रहा है,… प्रेमजी एक बड़े निवेशक हैं…यह एक जानबूझकर लिया गया निर्णय था, क्योंकि भारत हमारे लिए एक बड़ा बाज़ार है.”
साइनोजेनमोड एक खुला स्रोत परियोजना थी जिसमें एंड्राइड को 2009 में संवार दिया था. आज कम्पनी के पास लगभग 9,000 से भी ज्यादा कंट्रीब्युतिंग सदस्य हैं. कंपनी के मालिक कर्ट मैकमास्टर और स्टीव कोंडिक ने साइनोजेन को 2013 में पालो आल्टो में खोला था. एक रिसर्च समूह ईमारकटर के अनुसार, भारत 2016 तक अमेरिका को भी स्मार्टफ़ोन के मामले में पीछे छोड़ देगा. इसके साथ ही यह काफी आकर्षक भी होने वाला है. साइनोजेन ने पहले ही माइक्रोमैक्स के साथ डील कर रखी है कि वह अपने हैण्डसेट्स में साइनोजेन ओएस का प्रयोग करेगी.
सोर्स: ईटी