कम्यूनिकेशन सेटेलाइट GSAT-6A को ISRO(इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन) 29 मार्च को लॉन्च करने के लिये तैयार है। इस सेटेलाइट की उलटी गिनती 28 मार्च को दोपहर 1 बजकर 56 मिनट से शुरू हो जाएगी और अगले दिन ये सेटेलाइट अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेगा। ISRO इस सेटेलाइट को जियोसिनक्रोनस सेटेलाइल लॉन्च व्हीकल (GSLV) द्वारा लॉन्च करेगा।
ISRO के मुताबिक, 27 मार्च को मिशन रीडिन्स रिव्यू (MRR) कमेटी और लॉन्च ऑथराइजेशन बोर्ड (LAB) ने 27 घंटे के काउंटडाउन को मंजूरी दी थी। 49.1 मीटर लंबा 415.6 टन GSLV रॉकेट 28 मार्च को 4 बजकर 56 मिनट पर दूसरे लॉन्च पैड श्रीहरिकोटा में भारतीय रॉकेट पोर्ट से लॉन्च होगा।
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ISRO के अनुसार, रॉकेट के दूसरे चरण में दो बार बेहतर सुधार विकास इंजन और इलेक्ट्रोमैकेनिकल एक्ट्यूएशन सिस्टम के सुधार को शामिल किया गया है। ISRO ने कहा कि GSAT-6 की तरह ही है GSAT-6A।
ये सेटेलाइट 6 मीटर S -बैंड अनफर्बल एंटीना, हैंडहेल्ड ग्राउंड टर्मिनल्स और नेटवर्क प्रबंधन तकनीकों के प्रदर्शन जैसे प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए एक मंच प्रदान करेगा। ये सेटेलाइट-आधारित मोबाइल कम्यूनिकेशन एप्लिकेशन में उपयोगी होते हैं।
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ISRO के अध्यक्ष K.Sivan ने पहले ही IANS को बताया था कि GSAT-6A को नेविगेशन सेटेलाइट के तौर पर लॉन्च किया जाएगा। 2018-19 के यूनिय बजट में, अंतरिक्ष विभाग को पृथ्वी के अवलोकन के लिये 3 स्पेस क्राफ्ट, 4 ध्रुवीय उपग्रह लॉन्च व्हीकल (PSLV) फ्लाइट्स, एक-एक जियोसिंक्रोनस सेटेलाइट लॉन्च व्हीकल MkII और MkIII के लॉन्च का काम सौंपा गया है।