चंद्रयान 2 को 9 जुलाई से 16 जुलाई के बीच लॉन्च किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष रिसर्च आर्गेनाईजेशन (ISRO) ने दावा किया है कि यह रोवर इस साल 6 सितम्बर को चांद पर पहुंचेगा।
ISRO ने बुधवार को बताया कि Chandrayaan-2 अभियान में कुल 13 पेलोड होंगे और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA का भी एक उपकरण होगा। इसरो ने यह भी बताया कि 13 भारतीय पेलोड (ऑर्बिटर पर 8, लैंडर पर 3 रोवर पर 2 व नासा का एक पेसिव एक्स्पेरीमेंट उपकरण होगा। कहा जा रहा है कि इस उपकरण के ज़रिए NASA धरती और चांद के बीच की दूरी को मापेगा।
लेंडर को Vikram नाम दिया गया है और रोवर को Pragyan नाम दिया गया है। रोवर प्रज्ञान को लैंडर विक्रम में रखा जाएगा।
चंद्रयान-2 में तीन मोड्यूल ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर हैं। चंद्रयान-2 पिछले चंद्रयान-1 मिशन का उन्नत संस्करण है। चंद्रयान-1 अभियान लगभग 10 साल पहले किया गया था। इस बार 9-16 जुलाई के बीच इसे लॉन्च किया जाएगा और यह 6 सितम्बर 2019 तक चांद पर पहुंचेगा।
चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर चांद से 100 किलोमीटर ऊपर चक्कर लगाएगा और लैंडर और रोवर से मिली जानकारी को इसरो सेंटर पर भेजेगा।
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