Latest Update: Chandrayaan-2 Spacecraft को चांद पर लॉन्च किये हुए कुछ ही समय बीता है, और बीते दिन यानी 28 अगस्त को ISRO की ओर से ऐसी खबरें आ रही हैं कि चंद्रयान से सफलतापूर्वक थर्ड लूनर-बाउंड ऑर्बिट में अपने कदम रख लिए हैं। इस समय तक इस यान के सभी पैरामीटर नार्मल थे।
https://twitter.com/isro/status/1166565017061330944?ref_src=twsrc%5Etfw
अभी कुछ दिन पहले ही Chandrayaan 2 ने चाँद की कुछ तस्वीरें कैप्चर की थीं जिसे इसरो ने सभी के साथ साझा की। वहीँ हाल ही में चंद्रयान 2 ने कुछ और चाँद की तस्वीरें भेजी हैं। चाँद की सतह की ली गयीं तस्वीरों में आपको कई बड़े गड्ढे (क्रेटर) दिखायी देंगे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO ने भी इन तस्वीरों को साझा किया है।
23 अगस्त को चंद्रयान 2 के टेरेन मैपिंग कैमरा-2 द्वारा करीब 4375 किलोमीटर की ऊंचाई से ली गई चंद्रयान 2 ने पहली तस्वीर भेजी थी जिसे इसरो ने 22 अगस्त को जारी किया था। इसरो का कहना है कि चंद्रयान 2 द्वारा ली गयीं तस्वीरें कुछ ऐसे विशाल गड्ढों की हैं जो देखने में बहुत ही बड़े हैं।
https://twitter.com/isro/status/1165955024008048641?ref_src=twsrc%5Etfw
इन गड्ढों को ‘सोमरफेल्ड', ‘किर्कवुड', ‘जैक्सन', ‘माक', ‘कोरोलेव', ‘मित्रा', ‘प्लासकेट', ‘रोझदेस्तवेंस्की' और ‘हर्माइट' नाम दिया गया है। आपको बता दें कि इन क्रेटर्स का नाम महान वैज्ञानिकों, अंतरिक्ष यात्रियों और भौतिक विज्ञानियों के नाम पर रखा गया है।
ऐसे ही एक गड्ढे के नाम ‘मित्रा' है जो कि भारतीय भौतिक विज्ञानी एवं पद्म भूषण से सम्मानित प्रोफेसर शिशिर कुमार मित्रा के नाम पर रखा गया है। आपको बता दें कि मित्रा को आयनमंडल और रेडियोफिजिक्स के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है।
22 जुलाई को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस साइंस सेंटर से चंद्रयान 2 को प्रक्षेपित किया गया था। तीन मॉड्यूल के साथ इस सैटेलाइट में आपको आर्बिटर, लैंडर और रोवर मिलता है। 21 अगस्त को चंद्रयान 2 ने चांद की कक्षा में दूसरी बार पहुंचा था जो कि ISRO के लिए के बड़ी सफलता थी। 7 सितम्बर को चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में CHANDRAYAAN 2 की सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी।