Cyber Crime पर रोक लगाने आया सरकार का नया सिपाही चक्षु, जानें कैसे करना है इस्तेमाल

Cyber Crime पर रोक लगाने आया सरकार का नया सिपाही चक्षु, जानें कैसे करना है इस्तेमाल
HIGHLIGHTS

मिनिस्ट्री ऑफ कम्यूनिकेशन्स (सरकार की ओर से) Cyber Fraud पर लगाम लगाने के लिए दो नई पहल की शुरुआत की है।

सरकार की ओर से Digital Intelligence Platform (DIP) और Chakshu सुविधा की शुरुआत संचार साथी पोर्टल पर शुरू की है।

आप साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 या सरकारी वेबसाइट यानि CyberCrime.gov.in पर जाकर भी साइबर फ्रॉड की रिपोर्ट कर सकते हैं।

मिनिस्ट्री ऑफ कम्यूनिकेशन्स (सरकार की ओर से) Cyber Fraud पर लगाम लगाने के लिए दो नई पहल की शुरुआत की है। सरकार की ओर से Digital Intelligence Platform (DIP) और Chakshu सुविधा की शुरुआत संचार साथी पोर्टल पर शुरू की है। Telecom Department यानि DoT के DIP को इस कारण से लॉन्च किया गया है, ताकि यह साइबर क्राइम में टेलीकॉम रिसोर्सेज के इस्तेमाल पर लगाम लगाई जा सके इसके अलावा आर्थिक फ्रॉड आदि को बड़े पैमाने पर रोका जा सके। हालांकि सरकार की ओर से Sanchar Sathi Portal पर पेश किए गए Chakshu (चक्षु) सुविधा को इसलिए पेश किया गया है, ताकि किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज या WhatsApp Call या msg आदि की रिपोर्ट की जा सके।

सरकार ने लॉन्च की ये नई सुविधाएँ?

इन सेवाओं को मिनिस्टर ऑफ कम्यूनिकेशन, रेलवे और इलेक्ट्रानिक्स और इनफार्मेशन टेक्नॉलजी अश्विनी वैष्णव और मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर कम्यूनिकेशन, Devusinh Chauhan के द्वारा लॉन्च किया गया है। इस सुविधाओं को लॉन्च करने के पीछे आमजन को जागरूक करना और उन्हें इस तरह की सुविधाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देना है।

क्या है Digital Intelligence Platform (DIP)?

Digital Intelligence Platform (DIP) एक ऐसा सेक्योर और इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म है, जो टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं, लो इंफोर्समेंट एजेंसी, फाइनैन्शल इंस्टिट्यूट, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, आइडेंटिटी इशू करने वाले अधिकारियों आदि के बीच रियल टाइम में intelligence शेयर करता है। इस पोर्टल का मकसद साइबर फ्रॉड आदि के अलावा आर्थिक फ्रॉड पर रोक लगाना है। हालांकि DIP Platform का एक्सेस आमजनता के पास नहीं है।

क्या है Sarchar Saathi Portal पर Chakshu (चक्षु) सुविधा?

हालांकि DIP के उलट चक्षु एक ऐसी सुविधा है, जिसके माध्यम से लोग संचार साथी पोर्टल पर जाकर चक्षु प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल से किसी भी संदिग्ध काल या मैसेज या WhatsApp कॉल या मैसेज की रिपोर्ट कर सकते हैं, जो आपको किसी भी प्रकार से आपके आर्थिक नुकसान के लिए की गई है। इसमें आपको कई संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट कर सकते हैं। जैसे अगर आपको KYC एक्स्पाइरी को लेकर कोई कॉल या मैसेज आता है। इसके अल्वा अगर आपको अपने बैंक अकाउंट में किसी भी तरह के अपडेट करने को लेकर कोई कॉल या मैसेज या WhatsApp Call या मैसेज आता है।

किन किन Cyber Frauds की कर सकते हैं रिपोर्ट?

इसके अलावा Payment Wallet/ SIM/ Gas Connection/ Electricity Connection, Sextortion, अपने आप को सरकारी आधिकारिक बताने वाले लोग, पैसे भेजने वाले जानकार लोग, टेलीकॉम कंपनी की ओर से आपके मोबाइल नंबर को बंद करने वाले कॉल, मैसेज या WhatsApp Call या Msg आदि आते हैं। यहाँ आप इन सभी मामलों की शिकायत या रिपोर्ट यहाँ इस पोर्टल पर सकते हैं। इसका मतलब है कि आप चक्षु प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके इन मुद्दों को लेकर शिकायत डाल सकते हैं।

स्पैम कॉल, धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने के लिए चक्षु पोर्टल का उपयोग कैसे करें (How to Use Chakshu Portal?

  • ‘संचार साथी’ पोर्टल sancharsathi.gov.in पर लॉग इन करें
  • Citizen Centric Services के अंतर्गत Chakshu Option का चुनाव करें।
  • चक्षु के इस्तेमाल और दिसक्लेमर आदि का रिव्यू करें, इसके बाद रिपोर्टिंग करने के लिए कन्टिन्यू पर क्लिक करें।अब यहाँ नजर आ रहे फॉर्म को भरना शुरू करें, इसमें आपसे मीडीअम, श्रेणी, और उस समय के बारे में जानकारी मांगी जाएगी, जब आपके साथ साइबर क्राइम हुआ था।
  • इसके बाद अपने व्यक्तिगत डिटेल्स को यहाँ ऐड करें, अपने अपने अपने मोबाइल नंबर को ऐड करें और इसके पर इसपर एक OTP आपको प्राप्त होने वाला है।
  • इस OTP को दर्ज करके अपनी शिकायत को सबमिट कर दें।

Modi सरकार की ये सुविधाएँ भी आएंगी काम


हालांकि संचार साथी पोर्टल पर आपको बहुत सी सुविधाएँ पहले ही मिलती हैं लेकिन चक्षु (Chakshu) इन सभी सुविधाओं में एक नई सुविधा है। यहाँ आपको बता देते हैं कि आप सरकार की ओर से जारी किए गए साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 या सरकारी वेबसाइट यानि CyberCrime.gov.in पर जाकर भी साइबर फ्रॉड की रिपोर्ट कर सकते हैं।

क्या है Sanchar Sathi Portal?

Sanchar Saathi Portal की ओर से पहले से ही कई सुविधा ग्राहकों को दी जाती है। जिसमें आप अपने नाम पर चल रहे मोबाइल नंबर देख सकते हैं, इनकी जांच कर सकते है कि आपके नाम पर आखिर कितने Mobile SIM Card चल रहे हैं। आप इनकी पहचान कर सकते हैं इसके अलावा इन्हें यहाँ से बंद भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं, इस पोर्टल का इस्तेमाल करके लोग अपने चोरी हुए या खो गए Mobile Phone की blocking और ट्रैसिंग आदि कर सकते हैं। ऐसा भी कह सकते हैं कि इस पोर्टल को इसलिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

इतना ही नहीं, इस पोर्टल की मदद से ग्राहक नए या पुराने स्मार्टफोन को खरीदते समय उसकी Authenticity की जांच कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आपको देश से बाहर से यानि अगर आपको अंतरराष्ट्रीय कॉल भारतीय नंबर से आ रहे हैं तो आ इसकी भी शिकायत कर सकते हैं।

Cyber Fraud से बचने के लिए कौन से उपाये अपनाएँ?

किसी भी साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड्स से बचने के लिए जागरूक रहना, तगड़े साइबर सिक्योरिटी उपाये, लगातार अपने सॉफ्टवेयर आदि को अपडेट रखना और ऑनलाइन कामों को करते समय ज्यादा सतर्क रहना आवश्यक है। इसके अलावा इन बढ़ते फाइनेंशियल खतरों से बचने के लिए सरकार की ओर से ऊपर बताए गए कदम उठाते रहना चाहिए, इसके अलावा डिजिटल सभी कामों को करने को लेकर जागरूक करते रहना भी सरकार की ओर से निरंतर किया जाना चाहिए।

  • टेलीफोन कस्टमर सर्विस रिप्रेजेंटेटिव द्वारा पेमेंट ट्रांज़ेक्शन पूरा करने से बचें। समय बचाने के लिए बहुत से लोग एक अनजान व्यक्ति से फोन पर ही प्रोसेस पूरा करते हैं जो कि बड़ा ख़तरा हो सकता है।
  • इंश्योरेंस इंडस्ट्री का उदाहरण लें तो ग्राहक अपने घर के एड्रेस आदि को बड़े आसानी से अनजान लोगों से के साथ साझा कर देते हैं। अपोइंटमेंट लेकर आमने-सामने मिलकर ही सावधानी से पेपरवर्क करें।
  • ऐसे ऐप्स को डाउनलोड न करें जिनकी सलाह किसी अनजान व्यक्ति ने दी हो। किसी आधिकारिक सूत्र से आदी जानकारी को ही मानें।
  • अगर आपको इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नाम से कोई मेल आता है और आपके बैंक अकाउंट या कार्ड की जानकारी मांगी जाती है तो मेल पर दिए गए लिनक्स को अवॉयड करें।
  • Income tax डिपार्टमेंट सीधा आपके I-T रिटर्न फॉर्म में दिए गए बैंक अकाउंट पर ही क्रेडिट रिफंड करता है। बैंक अकाउंट या कार्ड की जानकारी मांग रहे ऐसे मैसेज, कॉल्स या ईमेल से बचें।
  • SMSes पर आए किसी लिंक पर क्लिक न करें बल्कि आधिकारिक वेबसाइट या बैंक ब्रांच पर जाकर ही प्रोसेस पूरा करें।
  • सुरक्षित पासवर्ड बनाएं। UK के नेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर के मुताबिक, सबसे अधिक हैक होने वाले पासवर्ड में 123456 सबसे कॉमन है। इसलिए पासवर्ड बनाते समय, अपर केस-लोअर केस लेटर्स, नंबर और स्पेशल केरेक्टर का उपयोग करें।
  • ट्विटर (X) पर बैंक्स, पेमेंट वॉलेट हेल्पिंग आदि से बातचीत के लिए भी ब्लू टिक का ख़ास ध्यान रखें।
  • UPI आधारित ऐप्स की पहचान कर लें। नई तकनीक को फोकस किया जा सकता है। UPI-बेस्ड एप्स टच टेक्नोलॉजी ऑफर करते हैं जिससे आप पैसा भेज और रिसीव कर सकते हैं।
  • किसी वेबसाइट इपर ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए सिक्योरिटी फीचर्स जांच लें और एड्रेस बार में पेडलॉक आइकॉन को देखें।
  • एक सुरक्षित कम्प्यूटर का चयन करें। ऐसे कम्प्यूटर से पेमेंट न करें जिसे आपके अलावा कोई अन्य उपयोग कर सकते हैं।
  • सभी अकाउंट को निरंतर मॉनिटर करें और बैलेंस अमाउंट पर नज़र बनाएं रहें।
Ashwani Kumar

Ashwani Kumar

अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी में पिछले 7 सालों से काम कर रहे हैं! वर्तमान में अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी के साथ सहायक-संपादक के तौर पर काम कर रहे हैं। View Full Profile

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