इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी (आईएफसी) की बढ़ती मांग को देखते हुए ट्राई ने सितंबर में एक परामर्श पत्र जारी किया था, जिसमें इन उद्योग के हितधारकों से परामर्श मांगा था कि किस तरह की आईएफसी सेवाओं को भारत में अनुमति देनी चाहिए.
विमानों में उड़ान के दौरान यात्रियों के लिए ब्राडबैंड कनेक्टिविटी की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए, भारतीय दूरसंचार प्राधिकरण (ट्राई) दिसंबर के अंत तक इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी को लेकर अपनी बहुप्रतीक्षित सिफारिशों को जारी करेगी. ट्राई के अध्यक्ष आर. एस. शर्मा ने यहां ब्राडबैंड इंडिया फोरम द्वारा बुधवार को आयोजित एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, "इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी को लेकर सिफारिशों को साल के अंत तक या अगले 15 दिनों में जारी कर दिया जाएगा."
इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी (आईएफसी) की बढ़ती मांग को देखते हुए ट्राई ने सितंबर में एक परामर्श पत्र जारी किया था, जिसमें इन उद्योग के हितधारकों से परामर्श मांगा था कि किस तरह की आईएफसी सेवाओं को भारत में अनुमति देनी चाहिए.
परामर्श पत्र में कहा गया, "किन आईएफसी सेवाओं भारत में मंजूरी देनी चाहिए? ए. इंटरनेट सेवाएं, बी. मोबाइल कम्यूनिकेशन (एमसीए सेवाएं), सी. दोनों, इंटरनेट और एमसीए."
इसमें कहा गया, "ऐसा देखा गया है कि विमान में उड़ान के दौरान ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी (वॉयस और डेटा दोनों) की मांग बढ़ती जा रही है. हालांकि इन-फ्लाइट वाई-फाई बहुत लंबे समय के लिए उपलब्ध नहीं है. लेकिन यात्रियों के सर्वेक्षण से पता चलता है कि इसकी मांग बढ़ती जा रही है."