इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि साल 2020 तक वर्चुअल रियलिटी (वीआर) बेहद आम होगा और तीन में एक उपभोक्ता वीआर का उपभोक्ता होगा.
साल 2020 में टीवी और वीडियो देखनेवाले आधे दर्शक इसे मोबाइल स्क्रीन (लैपटॉप, स्मार्टफोन और टैबलेट) पर देखेंगे, जो कि साल 2010 के मुकाबले 85 फीसदी की वृद्धि होगी. एरिक्सन द्वारा किए गए अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है, जिसे सोमवार को जारी किया गया. इसमें कहा गया है कि 50 फीसदी से ज्यादा लोग साल 2020 तक मोबाइल फोन पर टीवी और वीडियो देखेंगे.
एरिक्सन के कन्ज्यूमरलैब टीवी और मीडिया रपट के आठवें संस्करण में कहा गया है कि टीवी और वीडियो सामग्री देखने का समय अब सप्ताह में 30 घंटे की नई ऊंचाई पर पहुंच गया है. इसमें लिनियर टीवी, लाइव और ऑन डिमांड इंटरनेट सेवाएं, डाउनलोडेड और रिकार्डेड सामग्री तथा डीवीडी और ब्लू-रे पर देखी जानेवाली सामग्री शामिल हैं.
इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि साल 2020 तक वर्चुअल रियलिटी (वीआर) बेहद आम होगा और तीन में एक उपभोक्ता वीआर का उपभोक्ता होगा.
एरिक्सन कंज्यूमर लैब के वरिष्ठ सलाहकार एंडर्स अरलैंडसन ने बताया, "इस साल पहली बार हमने वीआर में उपभोक्ताओं की रुचि के स्तर का मीडिया खपत के संयोजन में पता लगाया है और इसके निष्कर्ष आकर्षक हैं."
अरलैंडसन ने कहा, "वीआर में दुनिया भर के लोगों को साथ लाने की क्षमता है और गहरा, अधिक व्यक्तिगत और अधिक पूरक मीडिया अनुभव मुहैया कराने की क्षमता है."