Unbelievable! Bill Gates की कंपनी ने हवा से बनाया मक्खन, स्वाद और फायदे असली से भी ज्यादा, देखें कब शुरू होगी बिक्री
कैलिफोर्निया-आधारित स्टार्टअप Savor ने एक डेयरी-मुक्त मक्खन बनाने में सफलता की घोषणा की है।
Savor ने आइस क्रीम, चीज़ और दूध के डेयरी-मुक्त विकल्पों का भी विकास किया है।
इस इनोवेशन की मदद से वे एक ऐसा मक्खन बना सकते हैं जिसमें असली मक्खन जैसा स्वाद आता है।
Butter From Air: कैलिफोर्निया-आधारित स्टार्टअप Savor ने एक डेयरी-मुक्त मक्खन बनाने में सफलता की घोषणा की है जिसका स्वाद बिल्कुल पारंपरिक मक्खन जितना ही अच्छा है। Bill Gates द्वारा समर्थित, माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर, Savor ने आइस क्रीम, चीज़ और दूध के डेयरी-मुक्त विकल्पों का भी विकास किया है।
Bill Gates समर्थित स्टार्टअप हवा से कैसे बना रहा मक्खन?
Savor एक खास थर्मोकेमिकल प्रक्रिया का इस्तेमाल करके कार्बन डाईऑक्साइड, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को मिलाकर वसा के अणु बना सकता है। इस इनोवेशन की मदद से वे एक ऐसा मक्खन बना सकते हैं जिसमें न केवल असली मक्खन जैसा स्वाद आता है बल्कि उस पर पर्यावरण का प्रभाव भी बहुत कम पड़ता है।
Savor क्या दावा करता है?
Savor का दावा है कि उनके प्रति किलोग्राम मक्खन में 0.8 ग्राम CO2 से भी कम कार्बन फुटप्रिन्ट है। इसकी तुलना में साधारण बिना नामक वाला मक्खन, जिसमें 80 प्रतिशत वसा होता है, उसमें प्रति किलोग्राम मक्खन में 16.9 ग्राम CO2 कार्बन फुटप्रिन्ट होता है।
Savor के CEO ने क्या कहा?
Savor के CEO, Kathleen Alexander ने कहा, “अभी हम पूर्व-वाणिज्यिक चरण में हैं और अपने मक्खन को बेचने के लिए रेगुलेटरी की सहमति प्राप्त करने पर काम कर रहे हैं। हम कम से कम 2025 तक तो बिक्री शुरू करने की उम्मीद नहीं कर रहे हैं। अब तक हम दर्जनों लोगों के साथ अनौपचारिक रूप से स्वाद की जांच कर चुके हैं। अब हम स्वाद की औपचारिक जांच करने की योजना बना रहे हैं क्योंकि हम वाणिज्यीकरण के नजदीक जाते जा रहे हैं।”
Bill Gates ने क्या कहा?
बिल गेट्स ने एक ऑनलाइन ब्लॉग पोस्ट में इस प्रोजेक्ट के लिए अपने समर्थन को व्यक्त करते हुए कहा, “लैब में बने वसा और तेलों पर स्विच करना पहले तो थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन हमारे कार्बन फुटप्रिन्ट को घटाने की उनकी क्षमता बहुत बड़ी है। सिद्ध प्रोद्योगिकियों का इस्तेमाल करके हम अपने जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने की तरफ बढ़ रहे हैं।”
आगे उन्होंने कहा, “यह प्रक्रिया ग्रीन हाउस गैस नहीं छोड़ती, खेत का इस्तेमाल नहीं करती और इसमें पारंपरिक खेती की तुलना में हजारवें हिस्से से भी कम पानी की जरूरत पड़ती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, इसका स्वाद बहुत ही अच्छा है – बिल्कुल असली चीज की तरह, क्योंकि यह रासायनिक तौर पर एक जैसा है।”
Faiza Parveen
फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं। View Full Profile