Digital Arrest Scam: आज की तेज रफ्तार वाली डिजिटल दुनिया में घोटाले और भी जटिल हो गए हैं, जो बिना सोचे-समझे व्यक्तियों को निशाना बना रहे हैं और उनकी मेहनत की कमाई को खत्म कर रहे हैं। बैंगलूरु की एक हालिया घटना में पता चला कि कितनी जल्दी एक हानिरहित प्रतीत होने वाला फोन कॉल एक वित्तीय बुरे सपने में बदल सकता है। एक 29 वर्षीय व्यवसायी (बिज़नेसमैन) एक डिजिटल गिरफ़्तारी घोटाले में फंस गया जिससे उसका लगभग 14 लाख रुपए का नुकसान हुआ।
25 सितंबर को पीड़ित के पास किसी व्यक्ति का कॉल आया जो टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) का प्रतिनिधित्व करने का दावा कर रहा था। कॉल करने वाले ने उस पर काले धन को वैध बनाने जैसी गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया। स्थति तब बदल गई जब कॉल करने वाले ने लाइन को दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफ़र कर दिया, जो केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) अधिकारी होने का दावा कर रहा था।
इस नए कॉलर ने, जिसने अपना नाम बताने से मना कर दिया, व्यवसायी को “डिजिटल गिरफ़्तारी” की धमकी दी। फिर उसने यह दावा किया कि पीड़ित के नाम से खुले एक बैंक खाते में 6 मिलियन डॉलर (लगभग 50.4 करोड़ रुपए) का धोखाधड़ी वाला लेनदेन करने के लिए उसके क्रेडेंशियल्स का गलत इस्तेमाल किया जा रहा था।
अत्यधिक दबाव में पीड़ित को “वीडियो स्टेटमेंट” रिकॉर्ड करने के लिए Signal मेसेजिंग ऐप डाउनलोड करने का निर्देश दिया गया। उसके बाद धोखेबाज़ों ने पीड़ित पर वेरिफिकेशन के लिए उसके बैंक बैलेंस का लगभग 80 प्रतिशत सुरक्षित (RBI खातों) में ट्रांसफ़र करने के लिए दबाव बनाया। पीड़ित ने इस बात पर विश्वास करते हुए एक हफ्ते के अंदर 14.57 लाख रुपए ट्रांसफ़र कर दिए कि यह उसे कानूनी समस्या से बचाएगा।
यह घोटाला तब सामने आया जब बिज़नेसमैन ने 3 अक्टूबर को अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद इस मामले की जांच-पड़ताल की गई।
इस तरह के घोटालों से खुद को बचाने के लिए इन महत्वपूर्ण सुरक्षा उपायों पर ध्यान दें: