सुरक्षा एजेंसी 'द कैलिफोर्निया हाईवे पेट्रोल' ने बताया कि फेंकी गई वस्तुओं से एप्पल की चार और गूगल की एक बस की खिड़कियां चूर-चूर हो गईं. एक अन्य एप्पल बस पर भी हमला किया गया. एप्पल ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनियों एप्पल और गूगल के कर्मचारियों के वाहनों पर हमलों के बाद दोनों कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को कार्यालय आने-जाने की सेवा मुहैया करवाने वाली बसों के मार्गो में परिवर्तन किया है. कर्मचारियों के वाहनों पर या तो छर्रे (पेलेट गन से) या पत्थर से हमले किए गए हैं. स्लेट मैगजीन की शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, इन प्रौद्योगिकी कंपनियों के कर्मचारियों को उनके दफ्तर ले जाने वाली छह बसों पर पिछले सप्ताह राजमार्ग पर हमले किए गए. अमेज़न इन स्मार्टफोंस पर दे रहा है डिस्काउंट
सुरक्षा एजेंसी 'द कैलिफोर्निया हाईवे पेट्रोल' ने बताया कि फेंकी गई वस्तुओं से एप्पल की चार और गूगल की एक बस की खिड़कियां चूर-चूर हो गईं. एक अन्य एप्पल बस पर भी हमला किया गया. एप्पल ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक, हमले में इस्तेमाल की गई वस्तु या तो पैलेट गन से चलाई गई गोली होगी या पत्थर.
बदले गए मार्ग से आवागमन में कर्मचारियों को 30 से 45 मिनट ज्यादा लगते हैं.
फेसबुक ने कहा है कि उसकी बसों पर कोई हमला नहीं हुआ है.
पत्रिका फार्चून के मुताबिक, गूगल बसों पर लोगों के हमले करीब चार साल पहले शुरू हुए. यह सैन फ्रांसिस्को के आसपास बसने वाले उन उच्च मध्यमवर्गीय मध्यमवर्गीय इलाकों के विरोध में शुरू हुए जिन्होंने इलाके के गरीबों को उनके उन इलाकों से उजाड़ दिया जहां यह आबादियां बसीं.