आईसमा ने भारत का पहला/खुद का ‘मेरा डेटा मेरी संपत्ति’ सोशल प्लेटफ़ॉर्म आई.सोशल लॉन्च किया

आईसमा ने भारत का पहला/खुद का ‘मेरा डेटा मेरी संपत्ति’ सोशल प्लेटफ़ॉर्म आई.सोशल लॉन्च किया
HIGHLIGHTS

दुनिया के शुरुआती कन्ज़्यूमर टू बिज़नेस डेटा मार्केटप्लेस में से एक, आईसमा आई.सोशल लॉन्च करने के साथ ही पूरे भारत में #माईडेटामाईएसेट अभियान की शुरुआत कर रहा है

यह भविष्यवादी सोशल नेटवर्क ऐप्लिकेशन, जो कि गूगल प्ले स्टोर के साथ ही ऐपल ऐप स्टोर पर भी उपलब्ध है

यूज़र्स को डेटा, सोशल एंगेजमेंट और ब्रांड की बातचीतों को रिवॉर्ड्स और पेमेंट्स में बदलने की सहूलियत देता है, साथ ही यूज़र के विवेक में गोपनीयता भी बनाए रखता है

दुनिया के शुरुआती कन्ज़्यूमर टू बिज़नेस डेटा मार्केटप्लेस में से एक, आईसमा आई.सोशल लॉन्च करने के साथ ही पूरे भारत में #माईडेटामाईएसेट अभियान की शुरुआत कर रहा है। यह भविष्यवादी सोशल नेटवर्क ऐप्लिकेशन, जो कि गूगल प्ले स्टोर के साथ ही ऐपल ऐप स्टोर पर भी उपलब्ध है, यूज़र्स को डेटा, सोशल एंगेजमेंट और ब्रांड की बातचीतों को रिवॉर्ड्स और पेमेंट्स में बदलने की सहूलियत देता है, साथ ही यूज़र के विवेक में गोपनीयता भी बनाए रखता है।

आई.सोशल न केवल यूज़र के डेटा को मॉनेटाइज़ करने योग्य संपत्ति बनाने में मदद करता है, बल्कि यह सोशल स्पेस में पहला केवाईसी सक्षम प्लेटफ़ॉर्म भी है, जो इसके साथ ही सोशल बुली और ट्रोलिंग करने की समस्या को दूर करता है। आईसमा के यूज़र्स पिछले कुछ हफ़्ते से ही अपने डेटा के लिए रिवॉर्ड कमाते आ रहे हैं, लेकिन आई.सोशल के आने से यूज़र्स अब दोस्तों, परिवार और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ सकते हैं। यह हाइब्रिड प्लेटफ़ॉर्म यूज़र्स को उनके सोशल इंटरैक्शन और डेटा के लिए रिवॉर्ड देता है, साथ ही छिपे हुए यूज़र डेटा मॉनेटाइज़ेशन से भी निपटता है, जैसा कि अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर होता है जहां यूज़र्स को उनके डेटा के लिए कभी रिवॉर्ड नहीं दिया जाता है। यह प्लेटफ़ॉर्म दर्शकों में नकली प्रोफाइल और बॉट की समस्या को भी दूर करता है, और प्लेटफ़ॉर्म की अपनी राय, फोटो और वीडियो सुविधाओं के ज़रिये प्रामाणिक डिजिटल सोशलाइज़िंग का रास्ता साफ़ करता है। रिवॉर्ड को भुनाने या प्रचार का लाभ उठाने के लिए, यूज़र्स को बस अपना केवाईसी पंजीकरण पूरा करना होता है।

ब्रांड और इंफ़्लूएंशर्स को भी यूज़र्स को दिए जाने वाले अनूठे आर्थिक प्रोत्साहन का फ़ायदा मिलता है। प्लेटफ़ॉर्म का यह केवाईसी फ़ीचर मार्केटिंग बजट लीकेज को 20% तक कम करता है जैसा कि यह आमतौर पर एडटेक वर्ल्ड में पाया जाता है। भले ही ऐप को व्यक्तिगत यूज़र के लिए जारी किया गया है, आईसमा बिज़नेस, ब्रांड और इंफ़्लूएंशर्स भागीदारों के लिए एक बीटा प्रोग्राम भी चला रहा है। सितंबर में पूरी दुनिया के लिए रिलीज़ होने से पहले, भारतीय स्टार्टअप्स और एसएमई को एडटेक पैनल का जल्द एक्सेस मिलेगा। कॉमर्शियल भागीदार विज्ञापन को तेज़ी से बिक्री, उचित इकानॉमिक्स, ऐड का बजट कम करने और पे वॉल सुविधाओं में बदलकर आई.सोशल से फ़ायदा उठाते हैं। खास तौर पर, इंफ़्लूएंशर्स अब अपनी सामग्री का इस्तेमाल करने, इन-ऐप रिलीज़ को होस्ट करने, लाइव परफ़ॉर्मेंस और बाकी सब के लिए रॉयल्टी का भुगतान पा सकते हैं। आईसमा यूज़र्स, ब्रांड और इंफ़्लूएंशर्स के लिए डिजिटल सोशलाइज़िंग, मार्केटिंग और कंवर्ज़न प्रक्रियाओं को समेकित बनाने के लिए आगे भी अपने प्लेटफ़ॉर्म पर और भी सुविधाएं शामिल करने का इरादा रखता है, जैसे कि आईपे और आईस्टोर।

इस लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, आईसमा के सीईओ और संस्थापक, श्री अंकित चौधरी ने कहा, “तकनीक के आगे बढ़ने और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बनने के साथ ही, यह समय की मांग है कि उपभोक्ता अपने उस डेटा पर नियंत्रण रखें, जो वे बिज़नेस के साथ साझा करते हैं। पैसे कमाने में सक्रिय भागीदार बनना आज भी उन 65 करोड़ भारतीय युवाओं के लिए काफ़ी महत्व रखता है, जो सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं। कई बिज़नेस विज्ञापनों, कंटेंट बनाने, प्रोडक्ट की रिसर्च करने, योजना बनाने और बाकी सब के लिए उनके डेटा का अक्सर ही इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इस कमाई का कोई भी हिस्सा कभी भी यूज़र के लिए फ़ायदेमंद साबित नहीं होता है। डेटा और सोशल एंगेजमेंट इस संपत्ति बनाने का बड़ा हिस्सा है और आई.सोशल उपभोक्ताओं को यह मौका देगा। आई.सोशल 'मेरा डेटा मेरी संपत्ति' के संदर्भ में राष्ट्रीय स्तर का शैक्षणिक अभियान चलाएगा, जिसमें यूज़र्स को डेटा को संपत्ति के रूप में समझने के बारे में सिखाया जाएगा और उन्हें इसे मॉनेटाइज़ करने मौका भी दिया जाएगा।”

उन्होंने आगे कहा, “बिज़नेस के नज़रिये से, आई.सोशल संस्थाओं को बेहतर पहुंच पाने और हाइपरलोकल प्रारूप में ज़्यादा इंटरैक्शन के लिए उपभोक्ताओं के प्रासंगिक बर्तावों के साथ काम करने में सक्षम करता है। पहले जितनी ही इकॉनॉमिक्स या उससे भी कम में, क्योंकि केवाईसी के ज़रिये बॉट्स और नकली प्रोफ़ाइल को अलग करके मार्केटिंग बजट को कम कर दिया जाता है। हम मानते हें कि यह उपभोक्ताओं और बिज़नेस दोनों के लिए डेटा फ़्रंट पर काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होगा और साथ ही कनेक्टेड युग की शुरुआत भी करेगा।”

आई.सोशल पहला प्लेटफ़ॉर्म है जो बिज़नेस और उपभोक्ताओं के बीच होने वाले असली इंटरैक्शन के लिए बस चार्ज करता है, जिस वजह से 50 से ज़्यादा ब्रांड फ़िलहाल इसके साथ काम कर हरे हैं। 2021 तक, इस प्लेटफ़ॉर्म का लक्ष्य 5 मिलियन से ज़्यादा यूज़र्स पाना है और इसने ऐप पर सोशल कॉमर्स और गेम्स उपलब्ध कराकर मिडल ईस्ट तक अपना विस्तार करने की योजना बनाई है।

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