ऑफिस में कर्मचारियों को उनके काम में दिलचस्पी के साथ संतुष्टि दिलाने के लिए यह एक बहुत ही अलग तरीका है जो गूगल के कर्मचारियों ने शुरू किया है। दरअसल Google के तीन पूर्व कर्मचारियों ने एक स्टार्ट-अप तैयार किया है जिसे Humu नाम दिया गया है। आपको बता दें कि इस स्टार्ट-अप में Artificial Intelligence (एआई) का इस्तेमाल किया गया है। हम आपको बताते हैं कि यह किस तरह से काम करता है और किस तरह से कर्मचारियों के लिए कारगर साबित हो सकता है। दरअसल यह एक ऐसा प्रोसेस है जो कर्मचारियों को छोटी पहल के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके साथ ही कर्मचारियों की संतुष्टि बढ़ती है और बेहतर टीमवर्क को बढ़ावा मिलता है।
आपको बता दें कि Humu emails और text messages के इस्तेमाल से कर्मचारियों को उन छोटे कामों को करने के लिए बढ़ावा देता है, जिससे वे बड़े लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हैं। Humu machine learning का इस्तेमाल करके डाटा का विश्लेषण करता है और साथ ही कर्मचारियों को बताता है कि किन क्षेत्रों में वे अपना सुधार कर खुद को बेहतर बना सकते हैं।
'द न्यूयॉर्क टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक हुमु का मुख्यालय गूगल के hometown में ही है और यह people-analytics programmes पर आधारित है, जिसमें इंटरनेट दिग्गज Google को महारत हासिल है। इसमें महान प्रबंधकों को परिभाषित करने और बेहतर टीमवर्क को बढ़ावा देने के लक्षण जैसी चीजों का अध्ययन किया गया है। आपको बता दें कि Humu 'nudge engine' पर आधारित है जिसका कंपनी के पास ट्रेडमार्क है।
रिपोर्ट्स की मानें तो स्टार्ट-अप अर्थशास्त्री Richard Thaler की Nobel Prize-winning research पर आधारित है जिसमें यह पता लगाया गया है कि लोग अक्सर इस आधार पर फैसले करते हैं कि उनके लिए क्या आसान है, इस आधार पर नहीं कि वह उनके कितना हित में है। इसलिए सही समय पर दिलाया गया ध्यान उन्हें बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा। यही काम करता है यह सॉफ्टवेयर भी। इसकी मदद से कर्मचारयों को पैसे बचने, खाना बर्बाद न करने जैसी चीज़ों के बारे में प्रोत्साहन मिलेगा। आपको बता दें कि अबतक Humu के कस्टमर्स के रूप में 15 कंपनियां हैं जो इसका इस्तेमाल कर रहीं हैं।