केन्द्रीय सरकार द्वारा भारत में 3.2 लाख SIM कार्ड्स को बंद कर दिया गया है। मंगलवार को केन्द्रीय राज्य गृह मंत्री Ajay Kumar Mishra ने लोक सभा को जानकारी दी कि यह कदम साइबर अपराधों पर शिकंजा कसने के लिए उठाया गया है। उन्होंने कहा कि निवेश को बढ़ावा देने और अन्य तरह के अपराधों से जुड़ी कई सारी गैरकानूनी वेबसाइट्स की खोज की गई है। पुलिस ने 3.2 लाख SIM कार्ड्स और 49,000 IMEI की जानकारी दी, जिसके बाद सरकार ने इन सिम कार्ड्स को ब्लॉक करने का फैलसा लिया।
‘इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर’ (14C) के तहत काम करने वाले ‘सिटिज़न फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग और मैनेजमेंट सिस्टम’ को लगभग 11.28 लाख शिकायतें मिलीं। ये शिकायतें साइबर क्राइम से जुड़ी थीं जो 2023 में 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा दर्ज की गई थीं।
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साइबर अपराधों की जानकारी देने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल ‘नेशनल साइबर क्राइम’ (https://cybercrime.gov.in/) मौजूद है। यहाँ आप पैसों से संबंधित धोखाधड़ी, महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराध और अन्य साइबर धोधाधड़ियों की शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा आप ‘1930’ पर कॉल करके भी फाइनेंशियल फ्रॉड की शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इस नंबर पर कॉल करके आप अपनी डिटेल्स दे सकते हैं और धोखाधड़ी के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं।
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अगर आपका SIM कार्ड या मोबाइल किसी भी तरह की साइबर अपराध गतिविधि में शामिल पाया जाता है, तो आपके SIM कार्ड को तो ब्लॉक किया ही जाएगा, साथ ही आपको जेल भी जाना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, अगर कोई और व्यक्ति आपके नाम से सिम खरीदता है या फिर आप अपना सिम कार्ड किसी और को इस्तेमाल करने के लिए देते हैं तो ध्यान रखें कि वह उस नंबर का इस्तेमाल किस उद्देश्य के लिए कर रहा है।